सेहत सरोकार : इंतजार खत्म, बिना किसी औपचारिकता के रतलाम मेडिकल कॉलेज का अस्पताल शुरू, दूसरे चरण में शुरू होंगे माइनर ऑपरेशन, 6 घंटे तक ओपीडी रहेगी चालू
⚫ विधायक के निर्देश पर समस्त विभाग की ओपीडी आरंभ
⚫ मुख्यमंत्री द्वारा शुभारंभ करने की कही जा रही थी बात
हरमुद्दा
रतलाम, 27 मई। काफी महीनों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा रतलाम मेडिकल कॉलेज में अस्पताल शुरू करने की बात कही जा रही थी लेकिन आज उस बात पर विराम लग चुका है। इंतजार खत्म हो गया है। अचानक बिना किसी औपचारिकता के पहले चरण में शुक्रवार को रतलाम मेडिकल कॉलेज की सभी ओपीडी शुरू हो गई है। शासकीय मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों वाला अस्पताल शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में माइनर आप्रेशन भी शुरुआत करने की तैयारी है।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने बताया हरमुद्दा कि विधायक चेतन्य काश्यप के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधन ने अस्पताल में समस्त विभाग की ओपीडी प्रारंभ कर दी है। अस्पताल को 3 चरणों में पूरी तरह कार्यशील करने की रूपरेखा बनाई गई है। पहले चरण में ओपीडी संचालन के बाद दूसरे चरण में माईनर ऑपरेशन एवं लेब सुविधाएं आरंभ होगी। तीसरे चरण में मेजर ऑपरेशन के साथ अस्पताल पूर्ण रूप से संचालित किया जाएगा।
स्वास्थ्य शिविर में विधायक ने दिए थे निर्देश
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. गुप्ता ने बताया कि 25 एवं 26 मई को आयोजित जिला स्तरीय स्वास्थ्य मेले में विधायक चेतन्य काश्यप द्वारा महाविद्यालय के अस्पताल में समस्त ओपीडी आरंभ करने के निर्देश दिए गए थे। महाविद्यालय प्रशासन ने इस पर ओपीडी आरंभ कर दी है, जिसका लाभ मरीजों को मिल रहा है। ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी विभाग की तैयारियां जल्द पूर्ण हो जाएगी। इसके साथ ही हेल्थ मैनेजमेंट इंर्फोमेशन सिस्टम (एचएमआईएस) की प्रारंभिक कार्यप्रणाली शुरू करने के संसाधन भी स्थापित किए जा चुके है। कॉलेज के अस्पताल का समस्त कार्य डिजीटल प्लेटफॉर्म पर संचालित करने के प्रयास किए जा रहे है।
सुबह 9:00 से दोपहर 3:00 बजे तक ओपीडी रहेगी चालू
उन्होंने बताया कि 3 चरणों में अस्पताल को आरंभ करने की जो रूपरेखा तैयार की गई है, उसके तहत समस्त विभागों की ओपीडी सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक कार्यशील रहेगी।
इस तरह ओपीडी होगी संचालित
इन विभागों की ओपीडी होगी पूरे सप्ताह संचालित
इन विभागों की ओपीडी पूरे सप्ताह शुरू की गई है उनमें मेडिसीन, डर्मेटोलॉजी एवं मनोरोग विभाग शामिल है। नेत्र, ईएनटी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, टीबी, चेस्ट रोग, सर्जरी, अस्थि रोग, बाल्य एवं शिशु रोग, दंत रोग आदि विभागों की ओपीडी सप्ताह में क्रमशः 3, 2 व 1 दिन संचालित होगी। दूसरे चरण में मॉईनर ऑपरेशन के साथ लेब सुविधाएं एवं पहले से प्लान की गई सर्जरी की सुविधा मिलेगी। इसी प्रकार तीसरे चरण में ब्लड बैंक हेतु 2.78 करोड़ की स्वीकृति प्राप्त होकर सिविल वर्क आरंभ हो चुका है। जल्द ही कार्य पूर्ण कर इसे शुरू किया जाएगा। सीटी एमआरआई की उपलब्धता भी जल्द हो जाएगी। इससे केजुअल्टी एवं मेजर ऑपरेशन के साथ अस्पताल का पूर्ण रूप से संचालन किया जाएगा।