पहले ही दिन घर का चिराग डूबा : पिता के साथ गया था स्विमिंग सीखने, टिकट लेने के दौरान बच्चा चला गया अंदर, ढूंढा तो मिला पानी में

⚫ पिता का कहना जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण हुआ हादसा

⚫ पुलिस ने किया मर्ग कायम

हरमुद्दा
रतलाम, 28 मई। बेटे ने पिता से जीत की कि उसे स्विमिंग सीखना है। बेटे की जिद के आगे पिता हार गए और उसे शनिवार शाम को नगर निगम के कुशाभाऊ ठाकरे तरणताल ले गए। पिता बहार काउंटर से टिकट ले रहे थे, तभी बेटा अंदर चला गया। जब पिता अंदर गए तो बेटा नहीं मिला। काफी मशक्कत के बाद ढूंढा तो वह पानी में मिला। तत्काल अस्पताल ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और तरणताल को सील कर दिया है। पुलिस द्वारा हादसे की जांच की जा रही है।

पिता सुनील बैरागी विलापकर जानकारी देते हुए

हादसे का शिकार हुआ 9 वर्षीय बालक मयंक बैरागी। मयंक अपने पिता सुनील बैरागी के साथ आया था। श्री बैरागी काटजू नगर स्थित शिव मंदिर में पुजारी हैं। श्री बैरागी ने बताया कि राजीव गांधी सिविक सेंटर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे तरणताल स्थल पर नगर निगम का कोई जिम्मेदार नहीं था। जब बेटा नहीं मिल रहा था तो आसपास के लोगों को पूछा तो उन्होंने इंकार कर दिया कि उन्होंने कुछ नहीं देखा। लेकिन उनका बेटा पानी से निकला। इतना ही नहीं वहां के जिम्मेदार उसे अस्पताल तक ले जाने के लिए तैयार नहीं थे। श्री बैरागी ने बताया कि अपने कंधे पर उठाकर उसे अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।

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मृतक मयंक बैरागी

पिता का आरोप नगर निगम का नहीं था कोई जिम्मेदार तैनात

श्री बैरागी ने आरोप लगाया है कि तरणताल स्थल पर नगर निगम के कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं थे। इसी कारण हादसा हुआ है। वहां पर रोक-टोक करने वाले कर्मचारी होते तो बिना लाइफ सपोर्ट के बच्चा स्विमिंग पूल के अंदर नहीं जाता। और ना ही मेरे घर का चिराग पानी में डूबता। पहले ही दिन शनिवार को तरणताल गए थे।

तरणताल किया सील

दो बत्ती थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला

दो बत्ती थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि पिता के साथ बेटा मयंक शाम 5 बजे तरणताल गया था। वे काउंटर से टिकट ले रहे थे, तभी बेटा अंदर चला गया और हादसा हो गया। फिलहाल तरणताल को सील कर दिया है। मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

सिविक सेंटर स्थित तरणताल को सील करते हुए

बड़े अधिकारियों ने नहीं दिया कोई जवाब

नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया से जब इस मुद्दे पर जानकारी लेना चाही तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उपायुक्त विकास सोलंकी ने बताया कि जल प्रदाय विभाग का मामला है। इसमें हम कोई जवाब नहीं दे सकते। इस तरह नगर निगम के बड़े जिम्मेदार अधिकारी बचते दिखाई दिए।

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