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रैगिंग के बाद जागा महाविद्यालय प्रशासन, किया समिति का गठन अवांछित प्रथा को समाप्त करने में मिलेगा सहयोग

⚫ मेडिकल काउंसिल के मापदंड के तहत किया समिति का गठन

⚫ शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय रतलाम में एंटी रैगिंग समिति का पुनर्गठन

हरमुद्दा
रतलाम, 7 जून। रैगिंग की शिकायत के बाद शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय प्रशासन जागा और महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2018 के समय गठित एंटी रैगिंग समिति का पुनर्गठन वर्तमान डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता द्वारा नेशनल मेडिकल काउंसिल(एन एम सी) के मापदंड अनुसार किया गया।

समिति में संस्थागत सदस्यों, छात्र, अभिभावक, नॉन टीचिंग स्टाफ प्रतिनिधि के अलावा जिला कलेक्टर, एसपी के प्रतिनिधि को शामिल किया जाना है। इस संदर्भ में महाविद्यालय में डीन डॉ जितेन्द्र गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक रखी गई। एंटीरेगिंग कंट्रोलरूम हेल्पलाइन की भी स्थापना की गई।

पूर्व गठित समिति के सदस्यों की उपस्थिति में नेशनल मेडिकल काउंसिल के अधिसूचना के आधार पर कमेटी के पुनर्गठन के लिए विचार किया गया। समिति द्वारा सर्वसम्मति से एंटी रैगिंग समिति को पुनर्गठित करने हेतु सहमति व्यक्त की गई।

हॉस्टल का अवलोकन कर रैगिंग की गतिविधियों पर करेंगे कार्रवाई

एंटी रैगिंग समिति का पुनर्गठन किया गया जिसमें महाविद्यालय के स्टाफ के अतिरिक्त अन्य सदस्य जिनमें सिविल एवं पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि, गैर चिकित्सकीय प्रतिनिधि, गैर सरकारी संगठन प्रतिनिधि, छात्र प्रतिनिधि तथा छात्रों के अभिभावकों को भी शामिल किया जाना है, जिस के लिए पुलिस एवं सिविल प्रतिनिधि हेतु क्रमश: कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक  को पत्र लिखा गया। उक्त समिति के सदस्यों के द्वारा एक एंटी रैगिंग स्क्वायड, मेंटरिंग सैल, एंटीरेगिंग कंट्रोलरूम हेल्पलाइन की भी स्थापना की गई जिसमें महाविद्यालय के वार्डन एवं अन्य स्टाफ सम्मिलित रहेंगे जो समय समय पर हॉस्टल का अवलोकन करके रैगिंग की गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।

अवांछित प्रथा को समाप्त करने में मिलेगा सहयोग

डॉ गुप्ता ने बताया कि इस पुर्नगठन से रैगिंग जैसी अवांछित प्रथा को खत्म करने में सहयोग मिलेगा। जन भागीदारी के साथ प्रशासन व मीडिया की भागीदारी छात्रों के लिए तथा कॉलेज के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। आगामी वर्षों में इसके प्रभाव परिलक्षित होंगे।

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