शख्सियत : जुनून ऐसा कि ट्रेनों की दीवानगी ने बना दिया अक्षद का वर्ल्ड रिकॉर्ड

⚫ एलाउंसमेंट सुन सुन के याद किए ट्रेनों के नंबर, कोच की संख्या सहित अन्य जानकारी

⚫ अक्षद है दृष्टिबाधित

⚫ गायन के क्षेत्र में भी मनवाया है लोहा

हरमुद्दा
रतलाम, 15 जून। दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प के रहते असंभव को भी संभव किया जा सकता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है अक्षद पंडित ने। अक्षद ने अपने शौक और संकल्प के बूते अपना नाम नोबेल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। दृष्टिबाधित अक्षय ने अनाउंसमेंट सुन सुन कर के याद किए ट्रेनों के नंबर कोच की संख्या सहित अन्य जानकारी। गायन के क्षेत्र में भी विशेष महारत हासिल है।

अक्षत को बचपन से ही रेलगाड़ियों का बहुत शौक है। जब वह बचपन में रेलवे स्टेशन जाता तो वहां एलाउंसमेंट के जरिए गाड़ियों के नंबर सुनता और वह घर आकर उसे दोहराया करता। किसी को यह नहीं पता था कि यह इसका शोक बन जाएगा। इसका यह शोक कब जुनून में बदला किसी को नहीं पता। धीरे-धीरे अक्षद ने गाड़ियों के नंबर याद रखना शुरू की है।

शुरुआत में डेढ़ सौ गाड़ियों के नंबर हुए स्मृति में दर्ज

इससे पहले डेढ़ सौ गाड़ियों के नंबर, गाड़ी कहां से कहां तक जाती है, गाड़ी में कितने डिब्बे ऐसी के, कितने स्लीपर, कितने सामान्य कोच लगते हैं। यह सभी याद रहता है।

जुनून ऐसा कि…

अगर मेहनत आदत बन जाए तो कामयाबी मुकद्दर बन जाती है। 2 वर्ष कोरोना काल के लॉक डाउन में इनका जुनून और बढ़ गया। यूट्यूब पर गाड़ियां सुन सुनकर रेलवे के ज्ञान में इजाफा किया। अब यह करीब 550 गाड़ियों के बारे में जानकारी रखते हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि यह दृष्टिबाधित है। यह कानों से केवल सुन  ही सकते हैं। अब तो इन्हें गाड़ियों के साथ-साथ इंजन के नंबर भी याद है। कौन सा मालगाड़ी का इंजन है और कौन सा पैसेंजर गाड़ी का इंजन, वह आवाज सुनकर बता देता है।

जुनून और हौसले के बूते नोबेल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

नोबेल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र सौपते हुए अतिथि

इनकी 2019 में रतलाम के पूर्व डीआरएम सुनकर जी द्वारा सराहना की जा चुकी है। इस जुनून और हौसले के चलते अक्षत पंडित ने नोबेल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड 20-22 में अपना नाम दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि अक्षत पंडित के दादाजी भालचंद्र जी पंडित रेलवे से ही सेवानिवृत्त हुए हैं। वहीं पिता भुवनेश पंडित पत्रकारिता रेलवे विभाग की ही करते हैं। माता डॉक्टर नेहा पंडित शासकीय कन्या महाविद्यालय रतलाम में संगीत की प्राध्यापक है। अक्षद ने संगीत से बीए किया है। गायन में विशारद भी है।वर्तमान में एमए चल रहा है। गायन के क्षेत्र में भी अपना खास मुकाम रखता है।

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