सेहत सरोकार : योग हमारी जीवन शैली का अहम हिस्सा, इसे कुछ दिन नहीं, पूरे जीवन करना जरूरी
⚫ विश्व योग दिवस पर डीन डॉ. गुप्ता ने कहा
⚫ पोस्टर बनाकर अनुभव को व्यक्त किया विद्यार्थियों ने
हरमुद्दा
रतलाम, 21 जून। योग हमारी जीवन शैली का हिस्सा है और इसे कुछ दिन नहीं होकर पूरे जीवन किया जाना चाहिये। हमने कॉलेज में आर्ट ऑफ लिविंग कक्षाओं का प्रावधान भी किया है ताकि शरीर के साथ मन भी सम्भले। माईंड, स्ट्रेस, इमोशन मैनेजमेंट भी आज की आवश्यकता है। हम वही विद्यार्थियों को देने का प्रयास कर रहे हैं।
यह विचार शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने व्यक्त किए डॉ. गुप्ता महाविद्यालय में आयोजित योग दिवस के कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
200 विद्यार्थियों ने किया एक साथ योग
मीडिया प्रभारी डॉ. लोकेन्द्रसिंह कोट ने हरमुद्दा को बताया कि विश्व योग दिवस पर शासकीय चिकित्सा महाविघालय रतलाम में 200 विद्यार्थियों के साथ योग कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में महाविघालय के डीन डॉ. गुप्ता, विभागाध्यक्ष गायनेकॉलाजी विभाग के साथ नोडल अधिकारी डॉ. रेखा विमल, सहायक नोड़ल अधिकारी डॉ. आनंद शुक्ला तथा आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक ओ पी चौधरी थे।
योग करने से रहता है मन संतुलित
डॉ. विमल ने कहा कि इसी उम्र से योग करने से मन संतुलित रहता है और जीवन के मार्ग हमें स्पष्टता से आगे बढ़ने में सहयोग मिलता है।
योग के अनुभव के किए पोस्टर तैयार
योग के लिए डॉ. कोट तथा श्री चौधरी ने छः दिवसीय प्रशिक्षण दिया। विद्यार्थियों ने अनुभव में बताया कि इस योग सप्ताह से हमारे मन पर बहुत असर हुआ है। शांत रहना सीखे हैं, खुश रहना सीखे हैं। विद्यार्थियों ने छः दिन के अनुभवों को प्रतिदिन लिखते हुए पोस्टर तैयार किए। सहायक नोडल अधिकारी डॉ. शुक्ला ने आभार माना।