… फिर भी भाजपा नेता कंगाल : मुख्यमंत्री ने महापौर के लिए मांगे कांग्रेस नेता की गाड़ी में बैठकर वोट
⚫ कांग्रेस पदाधिकारी का कहना अतिथि देवो की भावना अभी भी है हमने
⚫ भाजपा नेताओं के घर के सामने हैं करोड़ की गाड़ियां, लेकिन देने में आनाकानी
⚫ नेतागिरी में कमाए है भाजपाइयों ने अरबों खरबों, लेकिन देने के नाम पर फूटी कौड़ी तक नहीं
हरमुद्दा
इंदौर, 5 जुलाई। प्रदेश में डेढ़ दशक से भाजपा की सरकार है लेकिन भाजपा के नेता अभी भी कंकाल के कंकाल ही बने हुए हैं उनका मन कभी भी बड़ा नहीं हो सकेगा, कितना भी सरकार उनको कमा कर दे दे लेकिन उनकी नियत अभी भी संकुचित मानसिकता वाली है। यही देखने को मिला आज इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रोड शो में। लोगों का कहना है कि प्रदेश में 15 साल से भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी भाजपा के नेता कंगाल के कंगाल ही हैं। उनकी नियत अभी भी छोटी ही है। वह किसी के भी काम आने वाले नहीं है। भले ही सरकार से करोड़ों अरबों कमा लिए है, लेकिन मुखिया के लिए उनके दिल में जगह नहीं है, तो आम जनता की समस्या का समाधान करने के लिए उनके जेहन में क्या होगा यह भली-भांति समझ सकते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में मंगलवार को इंदौर शहर में भाजपा महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के समर्थन में आम जनता से मतदान करने की अपील की। खास बात तो यह है कि मुख्यमंत्री ने जिस गाड़ी में बैठ कर मतदाताओं से मतदान करने की अपील की है, वह गाड़ी भाजपा नेताओं की नहीं वरन कांग्रेस नेता की है। कांग्रेस पदाधिकारी ने इस पर अतिथि देवो भव की परंपरा का पालन करने की बात कही है।
करोड़ की गाड़ियां लेकिन देने को तैयार नहीं भाजपाई
इस बात से स्पष्ट हो गया कि नगर निकाय चुनाव में भाजपा की स्थिति बहुत ही दयनीय है। भाजपा वाले भाजपा के लिए ही कुछ करने को तैयार नहीं है। चाहे वह मीडिया हो या कोई अन्य। खर्चा करने में आनाकानी कर रहे हैं। यहां तक कि अपनी गाड़ी तक देने में पीछे हट रहे हैं। तभी कांग्रेस नेता अनमोल शर्मा ने अपनी गाड़ी (एमपी 09 सीवाय 7300) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान को रोड शो करने के लिए दे दी। ज्ञातव्य है कि अनमोल शर्मा इंदौर शहर के कांग्रेस उपाध्यक्ष के पद पर आसीन हैं और भाजपा मित्र ने उनसे गाड़ी मांगी और उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए सहर्ष दे दी क्योंकि भाजपा के नेता करोड़ों की गाड़ियां होने के बावजूद भी देने के लिए तैयार नहीं थे। इसे कहते हैं कांग्रेसी नेताओं के मन में भी भाजपा के मुख्यमंत्री के दिल में स्नेह और सत्कार।
प्रदेश के मुखिया के लिए भाजपाइयों के दिल में कोई नहीं जगह
लोगों का कहना है कि प्रदेश में 15 साल से भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी भाजपा के नेता मालामाल होने के बावजूद कंगाल के कंगाल ही हैं। उनकी नियत अभी भी छोटी ही है। वह किसी के भी काम आने वाले नहीं है। भले ही सरकार से करोड़ों अरबों कमा लिए है लेकिन मुखिया के लिए उनके दिल में जगह नहीं है। क्योंकि भाजपा ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया है, जिससे कि वे जनता के बीच में पुनः अपने पक्ष में कुछ मांग सके। इसलिए नगरी निकाय चुनाव में भाजपा नेताओं ने प्रदेश के मुखिया की सेवा करने से भी कन्नी काट ली है।
लगता है भाजपा में जीत की उम्मीद नहीं
बात इतने से ही खत्म नहीं हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस नेता की गाड़ी से ही एयरपोर्ट तक भी गए। इसके पश्चात वह अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। इस बात से साफ जाहिर है कि भाजपा इस बार अपने आप को पहले से ही नगरी निकाय चुनाव जीतने की उम्मीद गवा बैठी है। अन्य निकाय में भी ऐसी स्थिति बनी हुई है। चाहे वह सेंव, साड़ी, सोना के लिए प्रसिद्ध नगरी हो या फिर कोई और। भाजपा नेता बिल्कुल ही दयनीय स्वरूप में नजर आ रहे हैं। जब प्रदेश के मुखिया के लिए दिल में जगह नहीं है तो आम जनता की समस्या का समाधान करने के लिए उनके जेहन में क्या होगा? यह भली-भांति समझ सकते हैं। प्रदेश की जनता नगरी निकाय चुनाव में इसका बदला खुल कर लेगी और मतदाताओं की ताकत बता देगी।