आठ दिनी समीक्षण ध्यान शिविर का समता भवन में समापन

हरमुद्दा
रतलाम,30 मई। दौड़-धूप अशांति में व्यक्ति सच्चा सुख प्राप्त करना चाहता है,जबकि वास्तविक सुख भौतिक चीजो में नही, स्वंय के अंदर होता है। मोक्ष का मार्ग भी इसी से मिलता है। आचार्य श्री नानेश ने यह संदेश देते हुए जिस समीक्षण ध्यान के माध्यम से सुख का तरीका बताया, उसी उद्देश्य को लेकर श्री साधुमार्गी संघ द्वारा समता भवन नोलाईपुरा में आठ दिवसीय ध्यान शिविर का समापन हुआ।
शिविर में संजय चपरोट एवं विनोद मेहता ने संयोजन कर ध्यान करवाया। इसमे 150 शिविरार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने प्रतिदिन अलग विषयो पर उदबोधन देकर समीक्षण ध्यान की बारीकियां भी बताई।
दिया प्रशिक्षण
श्री संघ के महेन्द्र गादिया ने बताया कि सोनू मूणत प्रणिजा बोहरा,प्रवीणा सेठिया, वर्षा पिरोदिया ने अलग अलग माध्यम से प्रशिक्षण दिया।
इन्होंने व्यक्त किए भाव
शिविर के समापन अवसर पर संघ के निर्मल संघवी, मंत्री सुशील गोरेचा,पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र गादिया, श्रेणीक मांडोत,चंदु बहन पिरोदिया एवं ललित कटारिया आदि ने भाव रखे।
प्रतिदिन दी सेवाएं
शिविर में प्रकाश नांदेचा, विनोद कोठारी, राजू भाई कोठारी, वर्द्धमान मांडोत,सहज चपरोट, मंगल पिरोदिया, अभय मूणत, महेश मूणत आदि ने प्रतिदिन अपनी सेवा प्रदान की। शिविर के अंतिम दिन धार्मिक क्रिकेट मैच हुआ,जो काफी रोचक रहा।

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