सामाजिक सरोकार : परेशान महिला एवं नन्हीं बच्ची को रक्षाबंधन के दिन पहुंचाया सकुशल घर
⚫ तीन राज्य राजस्थान ,मध्य प्रदेश और गुजरात के बीच उलझी गुत्थी को सुलझाया
हरमुद्दा
रतलाम, 12 अगस्त। तीन-चार दिन से नन्हीं बच्ची को लेकर भटकते हुए थक हार कर जिला कोर्ट के सामने बैठी परेशान महिला को मीडिया बंधुओं ने देखा। उसकी परेशानी को पूछा निदान करने के लिए उन्होंने समाजसेवी जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी को संपर्क किया। उन्होंने उसे जिला चिकित्सालय बुलवाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया।
व्यवस्था के साथ घर पहुंचाने के शुरू हुए प्रयत्न
समाजसेवी श्री काकानी ने जिला चिकित्सालय में उसके व 8 माह की बच्ची की खाने पीने की पूरी व्यवस्था करने के बाद उससे रतलाम आने का कारण पूछा तब उसने बताया मेरा नाम लीला पति रमेश गहलोत ग्राम उदरेल तहसील दसकोई जिला अहमदाबाद (गुजरात) है। मेरा पति मयूर कंपनी बांसवाड़ा, राजस्थान में किसी ठेकेदार के पास काम करता है परंतु अभी ठेकेदार ने उसे धोखा दिया और वह बांसवाड़ा में भटक रहा है।
तीन राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के बीच उलझी गुत्थी को सुलझाया
बांसवाड़ा पति रमेश से मोबाइल पर बात करने पर उसने रतलाम आने में असमर्थता दिखाई क्योंकि उसके पास खर्च करने के लिए बिल्कुल रुपए नहीं है। अतः उसने उसकी पत्नी को अहमदाबाद वापस भेजने का निवेदन किया।
लीला के दादा जी से बात की और पहुंचाया अहमदाबाद
श्री काकानी के साथ अस्पताल में डॉक्टर, सिस्टर ,वार्ड बॉय एवं वार्ड में भर्ती मरीज सभी ने लीला और उसके बच्चे का पूरा पूरा ध्यान रखे हुए थे। पश्चात अहमदाबाद में लीला के दादाजी से बात कर उसे रक्षाबंधन के दिन ट्रेन में बिठाकर अहमदाबाद के लिए रवाना किया।
काकानी को बांधी राखी
रवाना होने के पूर्व लीला ने रतलाम वासियों से मिले प्रेम को समाजसेवी श्री काकानी के हाथों पर राखी बांध सभी का दिल से धन्यवाद दिया। हर बार की तरह इस बार भी समाजसेवी काकानी ने उसे भेंट में रस्ते में खर्च होने वाली राशि, रतलाम की नमकीन सेव, बच्चे के लिए बिस्किट, फीके गठिए देकर सकुशल घर वापसी के लिए रवाना किया।