जब अभिनेत्री और सांसद मायके में हो गई नाराज : आपको शर्म नहीं आती, ‘क्या मैं अपने मायके नहीं आऊं!’
⚫ बंगाली समाज के सिंदूर खेला आयोजन में शामिल होने आए तीनों
⚫ परनानी से मिली नव्या की सेवा
हरमुद्दा
भोपाल, 5अक्टूबर। मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद जया बच्चन विजयदशमी के दिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंची। टीटी नगर स्थित कालीबाड़ी मंदिर में मां दुर्गा के दर्शन किए। और मां दुर्गा की विदाई के दौरान सिंदूर खेला महोत्सव में शामिल हुए। बंगाली समाज के द्वारा विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां सुहागन महिलाएं एक दूसरे पर सिंदूर लगाकर शुभकामनाएं देती है। कैमरामैन की लाइट सांसद अभिनेत्री पर तेज आई तो वह नाराज हो गई। परनानी की सेवा नव्या ने की।
शहर में बंगाली समाज का दुर्गा उत्सव कार्यक्रम चल रहा है। आज पांच दिवसीय नवरात्र के समापन दिवस है। इस मौके पर मुंबई से फिल्म अभिनेत्री जय बच्चन अपने बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन के साथ भोपाल पहुंचीं। उन्होंने टीटी नगर कालीबाड़ी में पहुंचकर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की। सभी को नवरात्र महोत्सव की बधाई दी। जया व अभिषेक बच्चन को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसी दौरान जया बच्चन एक वीडियो कैमरामैन पर भड़क उठीं। दरअसल उस कैमरामैन जैसे ही अपने कैमरे के साथ लगी हैलोजन लाइट की रोशनी उनके चेहरे की ओर की, जया बिफर उठीं। उन्होंने गुस्से में उस कैमरामैन से कहा, ये क्या हरकत है। क्या आपको शर्म नहीं आती? गुस्से में जया बच्चन को यह तक कहते सुना गया कि ‘क्या मैं अपने मायके नहीं आऊं!’ इसके कुछ देर बाद वे वहां से रवाना हो गईं।
नव्या नवेली भी पहुंची पर नानी के घर
गौरतलब है कि मंगलवार को अमिताभ बच्चन की नातिन और श्वेता की पुत्री नव्या नवेली नंदा ने भी अपनी परनानी इंदिरा भादुड़ी साथ पहुंचकर टीटी नगर कालीबाड़ी में पूजा-अर्चना की थी। जया बच्चन की मां इंदिरा भादुड़ी श्यामला हिल्स इलाके में रहती हैं।
पारिवारिक आयोजन में शामिल होने के लिए आए सभी
सूत्रों के मुताबिक जया, अभिषेक और नव्या यहां पारिवारिक कार्यक्रम के सिलसिले में भोपाल आए हैं। नव्या बुधवार को भी काली बाड़ी में दुर्गा पूजा करने पहुंचीं।
ढोल नगाड़ों के साथ किया पारंपरिक डांस
कालीबाड़ी में बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर से होली खेली। इस दौरान देवी मां को सिंदूर लगाते हुए ढोल नगाड़ों के साथ में पारंपरिक डांस किया गया। सिंदूरी खेला शुरू होते ही अचानक बारिश शुरू हो गई। और आधे घंटे की बारिश में पंडाल भीग गया। लेकिन बारिश के बीच ही महिलाओं ने ढोल की थाप पर डांस किया।
नवरात्रि में देवी दुर्गा अपने चार बच्चों के साथ आती है उत्सव मनाने के लिए धरती
बता दें कि दुर्गा पूजा के आखिरी दिन बंगाली समुदाय द्वारा सिंदूर खेला की रस्म निभाई जाती है। बंगाली परंपरा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में देवी दुर्गा अपने चार बच्चों के साथ उत्सव मनाने के लिए धरती पर आती हैं। त्योहार के अंतिम दिन जब देवी दुर्गा को विदा किया जाता है, तो उदासी का माहौल छा जाता है।
ऐसा भी करती है बंगाली समाज की महिलाएं
ऐसी मान्यता है कि ऐसे में देवी दुर्गा के आंसू बहने लगते हैं, इसलिए उनके गालों को पान के पत्तों से पोंछा जाता है। इसके बाद उनकी मांग में और पारंपरिक चूड़ियों पर सिंदूर अर्पित किया जाता है। फिर महिलाएं सुखी जीवन और परिवार की खुशहाली के लिए दुर्गा मां के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेती हैं। और फिर महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मिठाई खिलाती हैं।