अहिंसा ग्राम में वातावरण का एक परिवर्तन हुआ, दूसरा डोसी गांव में स्वयं के घर में होगा : विधायक
⚫ आपका जीवन मंगलमय बने आपकी अपनी संपत्ति बने यही हमारा मुख्य लक्ष्य
हरमुद्दा
रतलाम, 24 अक्टूबर। दीपोत्सव के शुभ अवसर पर चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा स्थापित अंहिसा ग्राम में विधायक चेतन्य काश्यप ने परिवार के साथ पहुंचकर रहवासियों को दीपोत्सव की शुभकामनाएं दी और मिठाई वितरित की। श्री काश्यप ने कहा कि अंहिसा ग्राम की परिकल्पना निश्चित तौर पर जीवन में बदलाव करने की थी| जीवन में बदलाव के लिए स्वयं का आवास होना और उसका वातावरण अच्छा होना सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है।
दीप मिलन समारोह में विधायक श्री काश्यप ने कहा कि अहिंसा ग्राम वासियो ने लंबे समय से अच्छे नागरिक व परिवार के मुखिया के रूप में स्वयं को स्थापित किया है और निश्चित तौर पर बच्चों का भविष्य भी बदला है। जीवन में बदलाव एक दिन में नहीं आता, धीरे-धीरे आता है, बदलाव आने में समय लगता है।
लोन के लिए है हम प्रयासरत
श्री काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के डोसी गांव में फलैट हेतु जिन्होंने आवेदन किया था, वह स्वीकृत हो चुके है। 8 से 9 लाख का आवास तीन लाख रूपए में प्राप्त होगा। इसके लिए अभी 35 हजार रूपए जमा किए है। लोन के लिए प्रयास कर रहे है,परंतु इसमें कुछ राशि ओर आप एकत्र करें।
परिवर्तन के दौर में स्वयं का बने घर
श्री काश्यप ने कहा कि मैं अभी हमने निश्चित नहीं किया है लेकिन जीतनी राशि आप एकत्र करेंगे उसके अनुसार आपसे सामूहिक बात करके फाउंडेशन से राशि मिलाकर आपके लोन का वजन कम करेंगे, ताकि परिवार पर वजन नहीं बढे़। एक परिवर्तन आपका अहिंसा ग्राम में आकर हुआ और दूसरा परिवर्तन स्वयं के घर में जाने से होगा। यह परिवर्तन का दौर है, आपका जीवन मंगलमय बने, आपकी अपनी संपत्ति बने हमारा मुख्य लक्ष्य यही है। यदि आप यहां से विदा भी होंगे तो साथ में हम कहीं न कहीं आपके परिवार के साथ जुडे़ रहेंगे।
यह थे मौजूद
कार्यक्रम में श्री काश्यप के साथ मातुश्री तेजकुंवर बाई काश्यप, डा. मनोरमा चोहान, नीता काश्यप, सिद्धार्थ काश्यप, पूर्वी काश्यप, श्रवण काश्यप, अमि काश्यप, समीक्षा एवं सारांश काश्यप उपस्थित रहे। अहिंसा ग्राम समिति के सदस्य मनोहर पोरवाल, अशोक तांतेड़, निर्मल लुनिया, डा. नरेंद्र मेहता, मुकेश जैन, अनुज छाजेड़, निलेश जैन, चंदन जैन, चंद्रकांत मांडोत सहित अहिंसा ग्राम वासियो के परिवार भी उपस्थित रहे।