फीफा के माध्यम से विश्व मंच पर प्रस्तुति देने का सपना हुआ पूरा : संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप
⚫ कतर में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप 2022 के शुभारंभ अवसर पर प्रस्तुति देने के बाद रतलाम पहुंचे संगीतकार श्री काश्यप ने पत्रकारों से की चर्चा
हरमुद्दा
रतलाम 7 नवम्बर। विश्व पटल पर अपने संगीत की अमिट छाप छोड़कर रतलाम का नाम गौरवांवित करने वाले संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप रतलाम पहुंचे। यहां विधायक कार्यालय पर उनके द्वारा पत्रकारों से चर्चा कर कतर में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप 2022 में उनकी म्यूजिशियन टीम के बैंड परफेक्ट अमल्गेशन के अनुभवों को साझा किया। इस दौरान विधायक चेतन्य काश्यप भी उपस्थित रहे। विशेष रूप उपस्थित प्रथम नागरिक महापौर प्रहलाद पटेल द्वारा रतलाम नगर की ओर संगीतकार श्री काश्यप का स्वागत किया गया।
संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि फीफा के माध्यम से विश्व मंच पर प्रस्तुति देने का उनका सपना हुआ पूरा है और गर्व महसूस हो रहा है। अगली प्रस्तुति दुबई और फिर लंदन में होगी लेकिन इन आयोजनों के दौरान अन्य देशों के कलाकार भी साथ में प्रस्तुति देंगे। कतर में आयोजित फीफा वर्ल्ड का सबसे बड़ा और मुख्य स्टेडियम लुसेन है, जहां करीब 80 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। इसी स्टेडियम में हजारों दर्शकों के बीच बॉलीवुड संगीत समारोह के माध्यम से सबसे पहली प्रस्तुति ही श्री काश्यप के बैंड के द्वारा दी गई।
भारतीय एवं पाश्चात्य वाद्य यंत्रों के फ्युजन के साथ दी अभिनव प्रस्तुतियां
संगीतकार श्री काश्यप ने बताया कि उनके बैंड के द्वारा भारतीय एवं पाश्चात्य वाद्य यंत्रों के फ्युजन के साथ अभिनव प्रस्तुतियां दी थी। इसमें सितार, वायलीन, बांसुरी, ड्रम, गिटार, की-बोर्ड और विभिन्न परक्शन के इंस्टूमेंट जिनमें ढोल, बगल बच्चा आदि वाद्य यंत्रों का उपयोग किया गया, जिसे उद्घाटन समारोह में मौजूद लोगों ने खूब सराहा। यहां करीब सवा घंटे के दौरान 8 ट्रेक पर प्रस्तुति दी। इसमें मुख्य रूप से दो रही, जिसमें कतर एयरवेज और फीफा की थीम को भारतीय वाद्य यंत्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था। खास बात यह है कि टीम में जो दस सदस्य शामिल थे, उनमें से चार मध्यप्रदेश में मालवा के है।
रोल मॉडल है प्यारेलाल जी
संगीतकार श्री काश्यप ने कहा कि मुंबई मेरी कर्म भूमि है और रतलाम जन्म भूमि। हायर सेकंडरी तक की शिक्षा रतलाम में प्राप्त करने के बाद केमिकल इंजीनियरिंग कर व्यवसाय से जुडे़। उन्हे बचपन से संगीत में रूचि रही है, संगीत की प्रारंभिक शिक्षा अशोक देसाड़ से प्राप्त की। उसके बाद मुंबई चले गए। उनके रोल मॉडल लक्ष्मीकांत-प्यारेलालजी के प्यारेलालजी है, जिनके माध्यम से उन्हे संगीत की दुनिया को बहुत सीखने और समझने को मिला है। उनके साथ सुप्रसिद्ध संगीतकार और भजन गायक रविंद्र जैन से भी उनके द्वारा संगीत की शिक्षा ली गई।
यू-ट्यूब और सोशल मीडिया पर होगा प्रसारण
फीफा में बॉलीवुड संगीत समारोह के लिए चार परफार्मर का चयन हुआ था। उसमें तीन गायन के थे जबकि उनकी टीम के चयन का आधार भारतीय एवं पाश्चात्य वाद्य यंत्रों का फ्युजन रहा। फीफा में प्रस्तुति के चयन को लेकर उन्होने बताया कि मुंबई में उनके बैंड द्वारा एक प्रस्तुति दी गई थी, जिसके वीडियो फीफा के अधिकारियों ने देखे थे, जिन्हे देखते ही चयन किया गया और पहली ही प्रस्तुति पेश करने का सौभाग्य मिला। एसके म्यूजिक वर्क द्वारा अब तक 35 गाने यू-ट्यूब चैनल पर रिलीज हो चुके है। वर्ल्ड कप में मैच की शुरूआत के साथ ही यहां आयोजित कार्यक्रम यू-ट्यूब और सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल सकेगी।