अंधे कत्ल का पर्दाफाश : जान पहचान वालों ने ही ली प्रॉपर्टी ब्रोकर की जान, तीन आरोपियों ने दिया हत्या को अंजाम

⚫ सीसीटीवी कैमरे से लगे अहम सुराग हाथ

⚫ 24 घंटे के भीतर ही दो आरोपियों को पुलिस ने कर लिया था राउंड अप

⚫ जीजा ने दी थी साले के अचैत अवस्था में घर पर मिलने की पुलिस को सूचना

हरमुद्दा
रतलाम, 14 नवंबर। शनिवार की शाम को प्रॉपर्टी ब्रोकर की घर में ही लाश मिले के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। रुपए के लेनदेन के चक्कर में जान पहचान वालों ने ही जान ली। घटना का पता दो दिन बाद चला, जब मृतक का जीजा उसके घर पहुंचा था, सासू के कहने पर कि 2 दिन से बेटा घर नहीं आया है। कई स्थानों के सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर पुलिस ने दो आरोपियों को राउंडअप किया और उनसे पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया।

सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने अंधे कत्ल के मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि क्षेत्र का सीसीटीवी कैमरा खंगालने पर स्पष्ट हुआ कि घटना को अंजाम मृतक राजेश वासन के शव मिलने के 2 दिन पहले दिया गया। सीसीटीवी कैमरे में आरोपी मृतक के घर से टीवी, गैस सिलेंडर बैग सहित अन्य सामान ले जाते हुए नजर आए थे। प्रेसवार्ता में सीएसपी हेमंत चौहान, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी अय्यूब खान मौजूद थे।

गिरफ्त में दो आरोपी, एक फरार

पुलिस के साथ गिरफ्तार आरोपी

पुलिस ने हत्या के मामले में जगन्नाथ डाबिया पिता भूरालाल (38) निवासी मोती नगर, कमल राठौर पिता शांतिलाल राठौर (25) निवासी धीरज शाहनगर हाल मुकाम हिम्मत नगर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एलईडी टीवी गैस सिलेंडर तथा आर्टिफिशियल आभूषण के 5 बाक्स भी जब्त किए हैं। एक आरोपी विजय उर्फ ब्रजेश पिता बाबूलाल सोलंकी (26) न्यू अलकापुरी फरार है।

आरोपियों ने किया गुमराह

पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने बताया कि आरोपियों ने गुमराह करने के लिए घटनास्थल पर लूट की घटना को अंजाम देने जैसा दृश्य बना दिया ताकि पुलिस गुमराह हो जाए और हत्यारों तक ना पहुंच पाए लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हुए और पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

ऐसा किया जान पहचान वालों ने राजेश के साथ

राउंड अप किए गए दो आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पहले राजेश के सिर पर हमला कर दिया। हाथ बांध दिए। मुंह पर टेप भी लगाया। शरीर पर पहने कपड़े सभी निकाल कर फेंक दिए। गर्दन पर कई वार किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपियों ने यह कार्य गिरवी रखी कार छुड़ाने और ब्याज के रुपए नहीं देने की चक्कर में किया।

यह हुआ था मामला

शहर के उत्तरी क्षेत्र के इंद्रलोक नगर के पास नगर राजीव में। यहां पर राजेश वासन इंद्रजीत वासन नाम का युवक जोकि करीब 45 वर्षीय था। अविवाहित होकर घर में अकेला ही रहता था। मां दर्शना और दो भाई सतीश और संदीप के साथ समीप ही पीएनटी कॉलोनी में रहती हैं। खास बात यह थी कि राजेश हर दिन अपनी मां से मिलने जाता था लेकिन 2 दिन से वह अपनी मां के पास नहीं गया। मां शंका हुई कि आखिर बेटा क्यों नहीं आ रहा है तबीयत तो ठीक है। यह बात मां ने अपनी बेटी सीमा से बताई कि दामाद जी से बोलना कि वह देख कर आए। दामाद कृष्ण मोहन शर्मा शनिवार की शाम को जब इंद्रलोक नगर साले के घर पहुंचे। ऊपर जाकर देखा तो वहां अचेत अवस्था में था। हाथ बंधे हुए थे मुंह पर टेप लगा था ऐसी स्थिति देख तत्काल पुलिस को फोन किया।औद्योगिक थाना क्षेत्र प्रभारी अयूब खान पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी सहित अन्य जांच अधिकारी भी पहुंचे।

इनकी रही सराहनीय भूमिका

हत्याकांड के खुलासे व अरोपियो की गिरफ़्तारी में नगर पुलिस अधीक्षक  हेमंत चौहान, निरीक्षक अय्यूब खान (थाना प्रभारी औधोगिक क्षेत्र रतलाम), उप निरीक्षक अनुराग यादव(थाना प्रभारी माणकचौक), उप निरीक्षक मुकेश सस्तिया (चौकी प्रभारी हाट रोड), उप निरीक्षक सत्येंद्र रघुवंशी(चौकी प्रभारी सालाखेड़ी), उप निरीक्षक सुरेश गोयल, सहायक उप निरीक्षक हीरालाल परमार, प्रधान आरक्षक हेमेंद्र सिंह, नारायण सिंह जादौन, आरक्षक संदीप भदोरिया, दुर्गेश जाट, हिम्मत सिंह, लखन सिंह, दीपक सिंह, शोभाराम शर्मा, वीरेंद्र बारोठ, पंकज बारिया, राकेश निनामा, सूर्य प्रसाद, संजय, कारूलाल, मोहन लाल पाटीदार, विनोद, नब्बू डामोर, राजेश प्रजापत एवं साइबर सेल के मनमोहन व विपुल भावसार, राहुल पाटीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *