पेड़ कटाई ने लाखों की चपत लगाई : फलदार पेड़ों पेड़ों की कर दी कटाई, प्रशासन ने ढाई लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई
⚫ पाटीदार बंधुओं ने काटे पांच पेड़
⚫ जुर्माने की राशि जमा होगी शासकीय खजाने में
⚫ नायब तहसीलदार को सौंपी जिम्मेदारी वसूली की
हरमुद्दा
रतलाम, 21 दिसंबर। जिले में पाटीदार समाज के लोगों ने फलदार पांच पेड़ों को काट दिया। शिकायत के बाद दल मौके पर पहुंचा। पेड़ों को जब्त किया। एसडीएम ने पेड़ों की कटाई करने वालों को पर ढाई लाख रुपए की जुर्माना राशि जमा कराने की सजा सुनाई। एसडीएम ने जुर्माना राशि वसूल करने के लिए नायब तहसीलदार को नियुक्त किया है ताकि राशि शासकीय खजाने में जमा कराई जा सके।
मामला जावरा तहसील के बड़ावदा गांव का है। जहां पर माहेश्वरी धर्मशाला के पास भूमि सर्वे नंबर 278 रकबा 0.177 पर बड़ावदा के कैलाश पाटीदार, गोविंद पाटीदार, मुकेश पाटीदार, सुनील पाटीदार ने करीब दो महीने पहले पेड़ की कटाई कर दी थी। जो पेड़ काटे गए हैं। उसमें एक आम का सूखा पेड़, एक पेड़ नींबू का, एक पेड़ इमली का तथा दो पेड़ नीम के हैं। इस तरह से पांच पेड़ काट दिए गए। इस मामले में भू राजस्व संहिता 1959 में प्रकरण दर्ज किया गया। काटे गए पेड़ की लकड़ियां मौके से जब्त की गई। विवेचना के बाद पेड़ काटना पाया गया।
ढाई लाख रुपए जमा कराने होंगे पाटीदार बंधुओं को
एसडीएम हिमांशु प्रजापत ने इस मामले में मप्र भू-राजस्व संहिता की धारा 240 के तहत अर्थदंड आदेश जारी किए है। प्रति पेड़ 50-50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। इस तरह 5 पेड़ की कटाई पर ढाई लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। एसडीएम ने बताया कि इसमें पेड़ों की अनुमानित कीमत तो ज्यादा हैं, लेकिन आगे से वे ऐसी गलती न करें, इसलिए जुर्माना किया हैं।
नायब तहसीलदार को सौंपी जिम्मेदारी राशि वसूलने की
एसडीएम प्रजापति ने बड़ावदा के नायब तहसीलदार मृगेंद्र सिसोदिया को पेड़ काटने वाले पाटीदार बंधुओं से जुर्माना राशि वसूल कर शासकीय खजाने में जमा कराने की जिम्मेदारी सौंपी है।