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रंगारंग प्रस्तुतियों ने मन मोहा : देशभक्ति के तरानों के बीच विद्यार्थियों ने दिया प्रतिभा का परिचय

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⚫  जैन विद्या निकेतन एवं जैन बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का संयुक्त वार्षिक उत्सव संपन्न

⚫ मुख्य अतिथि विधायक काश्यप ने 77 साल के स्कूल इतिहास पर प्रकाश डाला

हरमुद्दा
रतलाम,04 जनवरी। समाज स्तर पर 77 वर्ष पूर्व शिक्षा संस्थान की स्थापना करना और उसे संपूर्ण जैन समाज की सहभागिता से चलाना गौरवपूर्ण है। इसमें निश्चित ही हमारे पूर्वजों का अहम योगदान था। मुझे इस बात का गर्व है कि मेरे दादाजी कन्हैयालालजी काश्यप स्कूल के संस्थापकों में से एक थे और तीसरी-चौथी पीढ़ी के साथ मैं भी जुड़कर इस सेवा का निमित्त बना हूं।

यह विचार शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने जैन स्कूल के वार्षिकोत्सव में व्यक्त किए। वार्षिकोत्सव में देशभक्ति महिला सशक्तिकरण एवं वीर शिवाजी से ओतप्रोत प्रस्तुतियां ने समां बांध दिया।
विधायक श्री काश्यप के मुख्य आतिथ्य में जैन विद्या निकेतन एवं जैन बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का संयुक्त वार्षिक उत्सव संपन्न हुआ। श्री काश्यप ने इस मौके पर कहा कि बच्चों में रूचि लेना, उन्हें संस्कारित करना और उनके संपूर्ण विकास के लिए पालक और शिक्षक द्वारा मिलकर विकास की अवधारणा को आगे बढ़ाना स्कूल को महत्वपूर्ण बनाता है। इसमें शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है, वहीं बच्चों के निर्माण में अभिभावकों की भूमिका भी सबसे अहम है। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के प्रतिभा सम्मान समारोह में स्कूल के बच्चों की सहभागिता अच्छी संख्या में रही और खेल चेतना मेला के माध्यम से भी यहां के बच्चों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर रतलाम का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि समाज के बंधुओं के माध्यम से हम इसे श्रेष्ठतम स्कूल की और ले जाने के लिए तत्पर रहेंगे।

475 बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में अपनी प्रतिभा का किया प्रदर्शन

वार्षिकोत्सव में 475 बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन किया। आरंभ में संस्था अध्यक्ष रंगलाल चोरडिया, सचिव महेंद्र चाणोदिया, सचिव जयंत बोहरा  निर्मल लूनिया एवं प्राचार्य मृदुला शर्मा ने स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन महेंद्र चाणोदिया ने दिया। प्राचार्य मृदुला शर्मा ने संस्था के प्रतिवेदन का वाचन करते हुए सभी संस्थापकों को याद किया। कार्यक्रम का संचालन मंजू पंवार व अनुराधा भोसले ने किया। आभार जैन विद्या निकेतन के सचिव जयंत बोहरा ने माना।


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