पंचायत सचिव की मनमानी : काम में नहीं लगा रहे मन, बिना काम के निकाल रहे सरकारी धन, उलटफेर का कर रहे जतन, जिम्मेदार ने कर दिया निलंबन
⚫ ना तो दिया नोटिस का जवाब और नहीं करवाई राशि जमा
⚫ जनपद पंचायत में कर दिया पदस्थ
हरमुद्दा
रतलाम, 10 जनवरी। ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ मिले। इसी उद्देश्य से पंचायत सचिव की पदस्थापना की गई है, लेकिन इनकी मनमानी के चलते आमजन परेशान हैं। काम नहीं करने और शासकीय धन का उपयोग किया जा रहा है। जिम्मेदारों द्वारा दिए जा रहे नोटिस का भी उन पर कोई असर नहीं हो रहा। नतीजतन जिला पंचायत की सीईओ जमुना भिड़े ने पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार आलोट जनपद पंचायत के लूणी गांव के तत्कालीन पंचायत सचिव विनोद पाटीदार ने ग्राम पंचायत के कार्य में रुचि नहीं लेते हुए शासकीय राशि का आहरण कर लिया। इतना ही नहीं इस राशि का उपयोग भी कर लिया लेकिन कार्य नहीं हुआ। बार-बार जिम्मेदारों द्वारा नोटिस देकर ताकीद भी की गई लेकिन फिर भी कार्य पर कोई असर नहीं हुआ। मजेदार बात तो यह है कि कार्य हुआ नहीं और कार्य के लिए राशि भी निकाल ली और भुगतान भी कर दिया गया। पंचायत सचिव की इस हरकत पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी भिड़े ने नोटिस भी दिए कि वह कार्य पूर्ण करें और राशि जमा करवाएं लेकिन पंचायत सचिव पाटीदार ने उनके निर्देशों को भी नहीं माना।
बिना काम के भुगतान, किया निलंबित
जन सुविधाओं के कार्यों में रूचि नहीं लेने और शासकीय राशि का भुगतान बिना काम के करने पर सीईओ जिला पंचायत ने तत्कालीन लूणी ग्राम पंचायत सचिव तथा वर्तमान पिपलोदा जनपद पंचायत माननखेड़ा पंचायत सचिव को तत्काल निलंबित करते हुए जनपद पंचायत पिपलोदा मुख्यालय पर पदस्थ कर दिया। निलंबन अवधि के दौरान जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता रहेगी।