अनुभव से अल्हादित : एक जगह पर पूरे भारत को देखने और समझने का मिला अवसर उन्हें
⚫ राष्ट्रीय जंबूरी से लौटी बालिकाओं ने सुखद अनुभव किए साझा
हरमुद्दा
रतलाम, 18 जनवरी। राष्ट्रीय जंबूरी में शामिल होना बहुत सुखद अनुभव था। वहां जाकर पूरे देश को एक साथ देखने और समझने का अवसर मिला। इस जंबूरी में बहुत कुछ सीखा जो जीवन में बहुत काम आएगा ।
यह अनुभव शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम की बालिकाओं ने 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी से लौटने पर साझा किए।
प्राचार्य के प्रति माना आभार छात्राओं में
विद्यालय की कक्षा आठवीं की तीन बालिकाओं सपना पिता ज्ञान सिंह भिलाला, खुशी पिता योगेंद्र किहोरी तथा अंकु पिता तोलाराम कटारा ने राष्ट्रीय जंबूरी में प्राप्त शिक्षा और अनुभव को साझा करते हुए इस जंबूरी में शामिल होने के लिए संस्था प्राचार्य गणतंत्र मेहता एवं सभी शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
हुआ विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन
राष्ट्रीय जंबूरी 4 से 10 जनवरी तक पाली ज़िले के रोहट में आयोजित हुई। इस 7 दिवसीय जंबूरी में स्टेट द्वार, पायनियरिंग प्रोजेक्ट, एडवेंचर वैली, ग्लोबल विलेज डेवलपमेंट, इंटीग्रेशन गेम्स, मार्च पास्ट, कलर पार्टी, लोक नृत्य, शारीरिक प्रदर्शन, राज्य दिवस प्रदर्शनी, बैंड प्रदर्शन, रॉक क्लाइंबिंग, पैरासेलिंग एवं वाटर एक्टिविटीज जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
देशभक्ति, सुरक्षा और आत्मरक्षा के बताए आयाम
इस जंबूरी में 1500 विदेशी सहभागियों सहित लगभग 35 हज़ार स्काउट व गाइड शामिल हुए। बालिकाओं ने बताया कि जंबूरी में विभिन्न खेलों की शिक्षा और साथ ही देश भक्ति तथा आत्मरक्षा और सुरक्षा के विभिन्न आयाम बताए गए बालिकाओं ने अपने साथ गई शिक्षिकाओं द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को भी बहुत उपयोगी बताया बालिकाएं इस राष्ट्रीय आयोजन में उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।