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राॅयल ग्रुप का चिकित्सा शिक्षा में प्रवेश : नवीन नर्सिंग महाविद्यालय इसी सत्र से, सभी मिलेगी सुविधाएं, सेंव, सोना, साड़ी के साथ  रतलाम का नाम एजुकेशन हब में लाने की जरूरत

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⚫ राॅयल गुप आफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन प्रमोद गुगालिया  ने बताया

2023-24 से कई अन्य चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रमों को भी शुरू करने की योजना

हरमुद्दा
रतलाम, 1 फरवरी। रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस का प्रवेश अब चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में भी हो गया है। इसी सत्र से नर्सिंग महाविद्यालय की शुरुआत की जाएगी। नर्सिंग महाविद्यालय में लड़के लड़कियों दोनों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही हॉस्टल सहित खान पान की गुणवत्तापूर्ण सुविधा रहेगी। 2023-24 से कई अन्य चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रमों को भी शुरू करने की योजना है। रतलाम का नाम सेव सोना साड़ी के कारोबार में तो है ही लेकिन एजुकेशन हब के रूप में भी रतलाम का नाम रोशन करने की जरूरत है इस क्षेत्र में भी लोगों को आगे आना चाहिए हम तो अपने स्तर पर प्रयास कर ही रहे हैं। बड़े-बड़े हॉस्पिटल के चिकित्सक अपनी सेवाएं दे। हम सभी  संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम हैं।

चेयरमैन श्री गुगालिया जानकारी देते हुए

यह बात राॅयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन प्रमोद गुगालिया ने प्रेसवार्ता में बताई। प्रेस वार्ता में डायरेक्टर डॉ. उबेद अफजल, समाजसेवी खुर्शीद अनवर, समाजसेवी ओम अग्रवाल,  जयन्त बोहरा एवं राॅयल इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग के प्राचार्य जगदीश डुके भी मौजूद थे।

रॉयल ग्रुप वर्ष 1996 से उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के में

श्री गुगालिया ने बताया कि कुछ माह पहले, राॅयल केम्पस में सर्वसुविधायुक्त राॅयल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर को राॅयल केम्पस में प्रारम्भ किया गया है। उल्लेखनीय है कि रॉयल ग्रुप वर्ष 1996 से उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के महाविद्यालयों का संचालन कर रहा है।

जिले का सबसे भव्य एवं बड़ा शिक्षा परिसर

श्री गुगालिया ने बताया कि, 60 बीघा क्षेत्रफल में स्थापित राॅयल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन्स, रतलाम जिले का सबसे भव्य एवं बड़ा शिक्षा परिसर है, जहाॅ संस्था द्वारा कई अशासकीय महाविद्यालयों का संचालन किया जा रहा हैं। संस्था के महाविद्यालयों में फार्मेसी, मेनेजमेंट, टीचर्स एजुकेशन, विज्ञान, जीवविज्ञान, कम्प्यूटर एवं काॅमर्स के स्नातकोत्तर/स्नातक/डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन पिछले 27 सालों से किया जा रहा है।

विभिन्न संकाय में 22 सौ से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत

श्री गुगालिया ने बताया कि महाविद्यालयों में लगभग 2200 विद्यार्थी अध्ययनरत है। वर्तमान में संस्था के महाविद्यालयों में बी.फार्मेसी, डी.फार्मेसी, एम.बी.ए., बी.बी.ए., बी.सी.ए., बी.एड., डी.एड., जी.एन.एम. नर्सिंग, बी.एससी. (माईक्रोबायोलाॅजी, बायोटेक, फार्माकेमेस्ट्री, कम्प्यूटर साईंस), बी.काम. (कम्प्यूटर, टेक्स प्रोसीजर, सामान्य) आदि कार्सेस संचालित किये जा रहे है।

नर्सिंग में प्रवेश के लिए होगा यह जरूरी

संस्था के डायरेक्टर डाॅ. उबेद अफजल ने बताया कि, राॅयल इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग में जी.एन.एम. (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) कोर्स, इस सत्र से प्रारम्भ किया जा रहा है। कोर्स की अवधि 3 साल की है। जी.एन.एम. कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को 6 महीने के लिए इंटर्नशिप भी करना होगी। जी.एन.एम. कोर्स में 45 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा तथा इस कोर्स में प्रवेश की आयु सीमा 17 से 30 वर्ष तक रहेगी।

केरियर का बेस्ट विकल्प नर्सिंग कोर्स

डाॅ. अफजल ने बताया कि  मानवता की सेवा के लिये नर्सिंग के जाॅब का सबसे बेहतर माना जाता है, अगर व्यक्ति में सेवाभाव, सहनशीलता और समर्पण जैसे गुणों के साथ रोगियों की सेवा करने का जुनून है तो, नर्सिंग कोर्स बेस्ट केरियर का विकल्प है।

रोजगार के बहुत अवसर

डॉ. अफजल ने यह भी बताया कि, जी.एन.एम. कोर्स रोजगार्रोन्मुखी कोर्स है तथा इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद सरकारी व निजी अस्पतालों, चिकित्सा महाविद्यालयों, नर्सिंग होम, अनाथ आश्रम, वृद्धाश्रम, आरोग्य निवास, विद्यालयों, उद्योगों, रक्षा सेवाओं में सीधे रोजगार के अवसर मिलते है। इसके साथ रेड क्रास सोसायटी, इंडियन/स्टेट नर्सेस काउंसिल में भी रोजगार के अवसर मिलते है, साथ ही देश में लाखों की संख्या में स्थापित प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर भी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवक के रूप में रोजगार के अवसर प्राप्त होते है।

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