साहित्य सरोकार : बालकवि बैरागी की जयंती पर, चुप्पियों के बीच कविता के होंगे मुखर स्वर
⚫ मशाल जलती रहे आयोजन 12 फरवरी को
हरमुद्दा
नीमच, 12 फरवरी। काव्य ही जीवन के सौंदर्य का सार है। सृजन की आत्मा है। जीवन की सच्चाईयों का प्रकाश हैं । इसी प्रकाश को सब तरफ फैलाने का जनवादी लेखक संघ नीमच द्वारा एक छोटा सा प्रयास “मशाल जलती रहे” आयोजन के माध्यम से किया जा रहा है।
जलेस नीमच की अध्यक्ष प्रियंका कविश्वर ने हरमुद्दा को बताया कि हिन्दी और मालवी के शब्द साधक बालकवि बैरागी जी के जन्मोपलक्ष के संदर्भ में नीमच एवं रतलाम जनवादी लेखक संघ का संयुक्त आयोजन 12 फरवरी, रविवार को जलेसं कार्यालय नीमच पर दोपहर 12 से 4 बजे तक किया जा रहा है।
यह रचनाकार करेंगे शिरकत
उन्होंने बताया कि इस आयोजन में शिरकत करेंगे वरिष्ठ रचनाकार प्रो. रतन चौहान (रतलाम) , जनेश्वर (मन्दसौर) , आशीष दशोत्तर (रतलाम) , युसुफ़ जावेदी (रतलाम), कीर्ति शर्मा (रतलाम), सिद्दीक़ रतलामी (रतलाम) और स्थानीय रचनाकार।
उन्होंने बताया कि दादा बैरागी के जन्मोपलक्ष्य में नीमच एवं रतलाम जनवादी लेखक संघ के संयुक्त आयोजन में मंदसौर, रतलाम ज़िले सहित स्थानीय सुखनवर बालकवि जी के अवदान पर विमर्श करेंगे।