सामाजिक सरोकार : गांधी उद्यान में षडयंत्र पूर्वक हरे वृक्षों को काटने से कांग्रेसियों में गुस्सा, जाहिर की चिंता
⚫ कांग्रेस पार्षदों एवं पदाधिकारियों ने दिया नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन
⚫ हरे-भरे वृक्ष काटने पर लगाई जाए रोक
⚫ पूरी भूमि का मामला न्यायालय में है विचाराधीन
हरमुद्दा
रतलाम, 10 मार्च। शहर के प्राचीन गांधी उद्यान में हरे भरे वृक्षों को काटे जाने पर कांग्रेसियों में खासा गुस्सा और नाराजगी देखी जा रही है। कांग्रेस के पार्षदों और पदाधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन देकर हरे-भरे वृक्ष काटने पर रोक लगाने की मांग की है। वृक्षों को काटने की अनुमति नगर निगम द्वारा जारी की गई, जिसका कांग्रेस पार्षद दल विरोध करता है।
शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने ने बताया कि नगर निगम कांग्रेस पार्षद दल एवं पदाधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल ने आयुक्त हिमांशु भट्ट से मुलाकात की। आयुक्त के समक्ष नगर निगम के सामने गांधी उद्यान के स्वरूप को नष्ट करने के षड्यंत्र पर चिंता जाहिर की।
ज्ञापन देकर बताई वस्तुस्थिति
इस संबंध में ज्ञापन देकर मांग की गई महात्मा गांधी उद्यान रतलाम के नागरिकों की संपत्ति है। गोल्ड पार्क के नाम पर इस की बलि नहीं दी जाए। 1967 में स्थापित गांधी उद्यान के आसपास के हरे वृक्षों को काटने की अनुमति नगर निगम द्वारा जारी की गई, जिसका कांग्रेस पार्षद दल विरोध करता है। यदि उद्यान के स्वरूप से छेड़छाड़ की जाती है तो कांग्रेस जन आंदोलन करेगी। वर्तमान में पूरी भूमि का मामला न्यायालय में विचाराधीन भी है।
यह थे मौजूद
प्रतिनिधिमंडल में शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री कटारिया, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, यास्मीन शेरानी, रजनीकांत व्यास, कमरुद्दीन कछवाय, नासिर कुरैशी, वहीद शेरानी, हितेश पेमाल, विजय सिंह चौहान, फकरूदीन मंसूरी, मनीषा व्यास, नीलोफर खान, कविता महावर, सलीम मोहम्मद बागवान, मीनाक्षी सेन आदि मौजूद थे।