आयुष्मान योजना में भ्रष्टाचार : खुद स्वास्थ्य विभाग ने माना कि आयुष्मान योजना में अस्पतालों ने की गड़बड़ी
⚫ विधायक जयवर्धन सिंह ने लगाए आरोप
⚫ स्वास्थ्य मंत्री में बताएं आरोप निराधार
⚫ शिकायत के साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए 10 अप्रैल तक का समय
हरमुद्दा
भोपाल, 29 मार्च। स्वास्थ्य विभाग ने माना कि आयुष्मान योजना में अस्पतालों ने की गड़बड़ी की है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री इस मामले को सिरे से खारिज कर रहे हैं। वह आरोप को निराधार बता रहे हैं। आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा था कि बीजेपी के दलालों के माध्यम से फर्जीवाड़ा कराया गया है। ढाई साल में 16 हज़ार करोड रुपए खर्च हुए। इस बात को सरकार ने खुद माना है। कई अस्पताल नाम के थे, जिन्होंने सिर्फ पैसा इकट्ठा किया। वही अब स्वास्थ्य विभाग ने भी भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत के साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा है। ताकि जांच कर कार्रवाई की जा सके।
मध्यप्रदेश में आयुष्मान योजना के हुई गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने विधानसभा में मिले स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के आधार पर आरोप लगाया है कि कोरोना काल में आयुष्मान योजना के पैसों को लेकर जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। हालांकि इसे सरकार के मंत्रियों ने निराधार बताया है। जयवर्धन सिंह ने 20 मार्च 2020 से अबतक योजना के तहत अस्पतालों को दिये गए पैसे और अनियमितताओं पर सवाल किया था।
स्वास्थ्य विभाग ने दिया था जवाब
आयुष्मान योजना के तहत मध्य प्रदेश में 154 अस्पतालों में गड़बड़ी की बात सामने आई है। खुद स्वास्थ्य विभाग ने माना कि आयुष्मान योजना में अस्पतालों ने गड़बड़ी की है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से विधानसभा लिखित जवाब दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के जवाब के अनुसार…
⚫ मार्च 2020 से दिसंबर 2022 तक आयुष्मान योजना के तहत मरीजों कुल 16 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए
⚫ इस दौरान प्रदेश के 52 जिलों में 516589 मरीजों का इलाज किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने निराधार बताए आरोप
आयुष्मान में फर्जीवाड़े को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि योजना के तहत 22 लाख मरीजों का इलाज हुआ है। आयुष्मान के कामों के लिए केंद्र की ऑथॉरिटी ने हमें सम्मानित तक किया है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेशभर में योजना के तहत फ्री ऑफ कॉस्ट इलाज उपलब्ध है। मंत्री ने कहा सभी आरोप निराधार हैं।
जांच करेंगे खाड़े, 10 अप्रैल तक शिकायत के लिए सकते हैं साक्ष्य
आयुष्मान योजना में भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों की जाँच लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आयुक्त सह सचिव डॉ. सुदाम खाड़े द्वारा की जा रही है। शिकायतकर्ता, शिकायत से संबंधित साक्ष्य या कथन आयुक्त सह सचिव के कार्यालय- वल्लभ भवन-3, कक्ष क्रमांक डी-410 मंत्रालय भोपाल में 10 अप्रैल 2023 तक समक्ष में उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते हैं।