“एक भूला सा सेनानी, राजा भाऊ महाकाल” के उम्दा मंचन ने कर दिया भाव-विभोर, दर्शकों ने स्वेच्छा से प्रोत्साहन निधि एकत्र कर कलाकारों के लिए की भेंट
⚫ अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय सम्मेलन में शनिवार की रात को हुआ नाटक का मंचन
⚫ राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण भाई शाह ने कहा – अभिभूत करने वाला अद्भुत मंचन
⚫ नाटक के लेखक निर्देशक सतीश दवे सहित सभी कलाकारों का किया सम्मान
हरमुद्दा
रतलाम, 16 अप्रैल। परिष्कृति सामाजिक सांस्कृतिक संस्था उज्जैन के बैनर तले “एक भूला सा सेनानी, राजा भाऊ महाकाल” के उम्दा मंचन ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। दर्शकों ने जहां करतल ध्वनि से कलाकारों की हौसला अफजाई की, वहीं स्वेच्छा निधि एकत्र कर कलाकारों के लिए भेंट भी की गई जो कि अनुकरणीय रही।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन रतलाम के देव श्री गार्डन में चल रहा है। सम्मेलन के दूसरे दिन शनिवार की रात को लेखक एवं निर्देशक सतीश दवे के 2 दर्जन से अधिक कलाकारों ने “एक भूला सा सेनानी” के जीवन वृत्त को मंचन के माध्यम से प्रस्तुत कर जीवंत बना दिया। राजाभाऊ महाकाल, गोवा मुक्ति स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी थे। जिनके बलिदान को लोग जानते नहीं हैं अथवा उन्हें भूला दिया गया है। संघ की शाखा से राजाभाऊ महाकाल के जीवन ने नया मोड़ लिया और उनका जीवन आमजन की सेवा के लिए समर्पित रहा। गोवा मुक्ति आंदोलन के लिए स्वतंत्रता सेनानी के रूप में 15 अगस्त 1955 को तिरंगे की रक्षा करते हुए 12 अन्य साथी सेनानियों के साथ उनको गोली लगी। भले ही यह नाटक की पांचवी प्रस्तुति थी। मगर कलाकारों की प्रभावी और उम्दा प्रस्तुति ने ऐसा एहसास नहीं होने दिया। लग रहा था मानो सैकड़ों बार प्रस्तुति दे दी गई हो।
प्रभावी मंचन ने किया दर्शकों में उर्जा का
संचारशनिवार सुबह की 9 बजे से शुरू हुए विभिन्न सत्रों में लगातार मौजूदगी के बावजूद जब नाटक का मंचन किया गया तो पिंड्राप साइलेंट होकर देश के विभिन्न राज्यों से आए पदाधिकारियों ने नाटक के मंचन को देखा और सराहा। मंचन ने दर्शकों में ऊर्जा का संचार किया। कलाकारों की हौसला अफजाई में कई बार करतल ध्वनि की। इतना ही नहीं कलाकारों की बेहतर प्रस्तुति से प्रभावित हुए और कलाकारों के सम्मान में स्वेच्छा निधि एकत्र कर भेंट की गई।
उम्दा मंचन ने दी प्रभावी प्रस्तुति
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण भाई शाह ने मंचन के समापन पर कहा कि उम्दा मंचन ने प्रभावी प्रस्तुति दी है। राजाभाऊ महाकाल के जीवन को जानकर सभी प्रेरित हुए हैं। उन्होंने जाना कि संघ के कार्यकर्ता समाज सेवा के लिए बहुत कुछ करते हैं और करते रहेंगे। मंचन ने वाकई में अभिभूत कर दिया।
लेखक निर्देशक दवे का किया सम्मान
“एक भूल सा सेनानी” के लेखक निर्देशक सतीश दवे का श्री शाह ने स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया। इसके साथ ही मंचन करने वाले 2 दर्जन से अधिक कलाकारों के अलावा लाइट एवं साउंड इफेक्ट देने वालों का सम्मान किया। इस दौरान विशेष रूप से राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनकर सबनीस, संघ प्रचारक विजेंद्र घोटी सहित अन्य गणमान्यजन मौजूद थे। संचालन राष्ट्रीय सह सचिव जयंत कथेरिया ने किया।
फोटो : लगन शर्मा