धर्म संस्कृति : वर्षीतप आराधकों की अनुमोदना में उमडा जन सैलाब
⚫ श्री सौभाग्य तीर्थ में 75 से अधिक तपस्वियों ने किया पारणा
⚫ प्रवर्तकश्री द्वारा मोक्ष प्राप्ति के भाव बनाए रखने का आह्वान
हरमुद्दा
रतलाम, 23 अप्रैल। श्रमण संघीय प्रवर्तकश्री प्रकाश मुनिजी मसा की निश्रा में रविवार को अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी मसा, सेवाभावी श्री राजेन्द्र मुनिजी मसा, श्री दर्शनमुनिजी मसा एवं साध्वी श्री जिज्ञासा श्रीजी मसा सहित 75 से अधिक आराधकों ने वर्षीतप की दीर्घ तपस्या पूर्ण कर पारणा किया। श्री सौभाग्य तीर्थ में आयोजित वर्षीतप पारणा महोत्सव में इससे पूर्व सभी तपस्वियों का तीर्थ ट्रस्ट, एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा बहुमान किया गया। वर्षीतप की अनुमोदना करने असंख्य समाजजन पहुंचे। प्रवर्तकश्री ने तप और तप-अनुमोदना द्वारा मोक्ष प्राप्ति के भाव बनाए रखने का आह्वान किया।
श्री सौभाग्य तीर्थ में श्री धर्मदास जैन मित्र मण्डल ट्रस्ट, श्री सौभाग्य जैन साधना एवं जनकल्याण न्यास,, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मण्डल, श्री सौभाग्य प्रकाश युवक मण्डल, श्री सौभाग्य महिला मण्डल, श्री सौभाग्य अणु बहु मंडल, श्री सौभाग्य अणु भक्त मंडल एवं श्री सौभाग्य प्रकाश बालिका मंडल द्वारा आयोजित वर्षीतप पारणा महोत्सव का लाभार्थी मधुबाला-दिलीपकुमार गंग परिवार रहा। लाभार्थी परिवार का नवयुवक मंडल एवं ट्रस्ट ने अभिनंदन पत्र भेंटकर बहुमान किया। इसके बाद सभी तपस्वियों का अभिनंदन कर तप अनुमोदना की गई।
जीवन को सार्थक करने का करें प्रयास
प्रवर्तकश्री ने इस मौक पर आलोचना का पाठ किया। उन्होंने कहा कि पुण्योदय से मानव जन्म मिलता है। इसमें वर्षीतप की दीर्घ तपस्या कर आराधकों ने अपना जीवन धन्य किया है। इनसे प्रेरणा लेकर सभी अपने जीवन को सार्थक करने का प्रयास करे। अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी मसा ने इससे पूर्व कहा धर्म की आराधना कभी निष्फल नहीं रहती। इसके परिणाम स्वरूप हर तपस्वी के जीवन में बदलाव आते है। तपस्या से क्रोध, लोभ, मान, मोह एवं माया की समाप्ति होती है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन को तपोमय बनाने का प्रयास करना चाहिए। आंरभ में महासती श्री रमणीक कुंवरजी रंजन एवं श्री लाभोदयाजी मसा ने स्तवन प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण प्रकाश मूणत ने दिया। प्रभावना का वितरण श्रीकांता-मांगीलाल चोपडा परिवार ने किया। कार्यक्रम का संचालन रखब चत्तर द्वारा किया गया। आभार ट्रस्ट अध्यक्ष कन्हैयालाल गांधी ने माना। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल से प्रतिदिन सुबह 8.45 बजे से 9.45 बजे तक प्रवर्तकश्री के प्रवचन नौलाईपुरा स्थित श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल स्थानक में होंगे।
विधायक काश्यप ने किया बहुमान
वर्षीतप पारणा महोत्सव में विधायक चेतन्य काश्यप ने तपस्वियों का बहुमान किया। तप अनुमोदना करते हुए उन्होंने कहा कि तपस्या का मार्ग चुनने वाले वंदनीय है। इनसे सबकों प्रेरणा लेना चाहिए। श्री काश्यप ने इस मौके पर प्रभावना भी वितरीत की। इस दौरान रतलाम और मालवा-निमाड सहित राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ के विभिन्न स्थानों से आए गुरूभक्त उपस्थित रहे।