सामाजिक सरोकार : जो लोक कल्याण की भावना से सूचना आदान-प्रदान करें वह पत्रकार

देवर्षि नारद जयंती पर डॉ. योगेश कुल्मी ने कहा

⚫ विश्व संवाद केंद्र मालवा एवं रतलाम प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में हुआ व्याख्यान

वक्ताओं का किया सम्मान

हरमुद्दा
रतलाम, 8 मई। जो लोक कल्याण की भावना से सूचना का आदान प्रदान करें, वह पत्रकार है। नारद विश्व के पहले पत्रकार हैं, क्योंकि वे मिशन पत्रकारिता करते थे। यदि असुर कोई षडयंत्र कर रहे होते थे, तो वे देवताओं को बताते ताकि समय पर हानि को टाला जा सके। यदि देवता भी नियमों का उल्लंघन करते तो उनकी भी शिकायत वे ब्रह्मा को करते। वहां से बात न बने तो ऐसे अनेकों प्रसंग हैं जब नारद ने स्वयं को संकट में डालकर भी भगवान शिव शंकर की तपस्या भंग करके जन कल्याण के लिए उन्हें सूचनाएं दीं।

दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अतिथि

यह बात उज्जैन के वरिष्ठ पत्रकार और प्राध्यापक डॉ. योगेश कुल्मी ने कहीं। विश्व संवाद केंद्र मालवा और रतलाम प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में देवर्षि नारद जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती एवं देवर्षि नारद के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। अतिथि परिचय एवं स्वागत भाषण कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ पत्रकार तुषार कोठारी ने दिया।

संस्कृति और पत्रकारिता की रक्षा जरूरी

मुख्य वक्ता डॉ. कुल्मी संबोधित करते हुए

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. कुल्मी ने कहा कि विश्व संवाद केंद्र ने ही आज से कई साल पहले उज्जैन में बताया था कि दुनिया के पहले पत्रकार नारद ऋषि हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता और संस्कृति की रक्षा करना जरूरी है। यदि हम अपने भारत से प्यार नहीं करेंगे, संस्कृति से प्यार नहीं करेंगे तो सम्मान भी प्राप्त नहीं होगा।

जिसके पास ज्ञान, उसे शस्त्र की जरूरत नहीं

डॉक्टर चांदनीवाला संबोधित करते हुए

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षाविद्, साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला ने कहा कि नारद सनातन पत्रकार हैं। सनातन धर्म के प्रवक्ता हैं। केवल देवी सरस्वती और नारद ही हैं जिनके हाथ में कोई अस्त्र-शस्त्र नहीं है, वीणा है। यह ज्ञान का प्रतीक है और इस बात का प्रतीक है कि जो ज्ञानी हैं, कलम चला सकते हैं। उन्हें शस्त्र चलाने की जरूरत नहीं। नारद ही ऐसे हैं जिन्होंने किसी मनुष्य, देवता को कभी श्राप नहीं दिया। आज भी संस्कृति की रक्षा में पत्रकारों का स्थान सबसे महत्वपूर्ण है।

लोक कल्याण के लिए लिख रहे हैं रतलाम के पत्रकार

रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री गोस्वामी विचार व्यक्त करते हुए

रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी ने कहा कि रतलाम की पत्रकारिता हमेशा नारद ऋषि से प्रेरित रही है। देश की पहली महिला पत्रकार हेमंत कुमारी चौधरी रतलाम से रहीं। यहां के पत्रकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी हिस्सा लिया और आज भी लोक कल्याण के लिए लिख रहे हैं। उन्होंने प्रेस क्लब की गतिविधियों के बारे में भी बताया।

प्रेस क्लब ने किया वक्ताओं का सम्मान

डॉक्टर कुल्मी का सम्मान करते हुए पदाधिकारी

मुख्य वक्ता डॉ. कुल्मी एवं अध्यक्षता कर रहे डॉ. चांदनीवाला का रतलाम प्रेस क्लब की ओर से शॉल व श्रीफल से सम्मान प्रेस क्लब सचिव यश शर्मा, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन, सुरेंद्र जैन, वरिष्ठ पत्रकार नीरज शुक्ला, नरेंद्र जोशी आदि ने किया।

यह थे मौजूद

कार्यक्रम में प्रेस क्लब कार्यकारिणी के सहसचिव मुबारिक शेरानी, दिनेश दवे, सदस्य सिकंदर पटेल, प्रदीप नागौरा, चंद्रशेखर सोलंकी, दिलजीत मान, वरिष्ठ पत्रकार रमेश टांक, अजयकांत शुक्ला, रमेश मिश्रा, आरिफ कुरैशी, कमल सिंह जाधव, जितेंद्र सिंह सोलंकी, सुधीर जैन, सौरभ पाठक, पवन शर्मा, असीम राज पांडेय, डीएन पंचोली, अशोक शर्मा, जलज शर्मा, चेतन शर्मा, निलेश बाफना, डीपी अग्रवाल, अर्पित चौबे, शैलेंद्र पारे, विवेक राही, किशोर कुमावत, आशीष पाठक, विक्रांत ठाकुर, सुरेंद्र सिंह भांभरा, विश्व संवाद केंद्र के योगेंद्र सिंह, पंकज भाटी आदि मौजूद थे। संचालन जयदीप गुर्जर ने किया। आभार वरिष्ठ पत्रकार राजेश मूणत ने माना।

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