चुनावी साल करवा रहा कमाल : मुख्यमंत्री ने धोए आदिवासी युवक के पैर, मांगी माफी, दशमत को सुदामा नाम लेकर किया संबोधित
⚫ मामला आदिवासी युवक पर पेशाब करने का
⚫ सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला साफ मुकर रहे हैं ना तो प्रवेश प्रतिनिधि है और न ही कार्यकर्ता
हरमुद्दा
भोपाल, 6 जुलाई। आदिवासी युवक पर पेशाब करने का मुद्दा प्रदेश ही नहीं देश भर में चर्चित हो गया है। इससे क्षुब्ध होकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को आदिवासी युवक के नशे को पैर धोए अपितु तिलक लगाया आरती उतारी और सम्मान किया साथ ही माफी भी मांगी और कहा कि जरूरत पड़ी तो ऐसे आरोपियों को तो जमीन में गाड़ देंगे।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के प्रतिनिधि और भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला ने आदिवासी युवक पर पेशाब की थी, जिसका वीडियो देश प्रदेश में खूब वायरल हुआ और मुद्दा भी बना।
दशमत को संबोधित किया सुदामा के नाम से
चुनावी साल सभी से कमाल करवा रहा है। गुरुवार को आदिवासी युवक दशमत सीएम हाउस पहुंचा, जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आव भगत की। उन्होंने उस से माफी मांगी। पैर धोकर जल सिर पर लगाया। तिलक लगाकर आरती उतारी। शाल ओढ़ाकर सम्मान भी किया। आदिवासी दशमत को सुदामा नाम लेकर संबोधित किया।
राष्ट्रीय स्तर पर उठा मुद्दाराष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा उठने के बाद प्रवेश शुक्ला के घर पर कार्रवाई की उस पर एनएसए लगाया गया। गिरफ्तार किया गया। वही यह बात भी सामने आ रही है कि प्रवेश शुक्ला खुद सीना तान के थाने पहुंचा और वहां पर पुलिसकर्मियों ने सलाम दुआ की।
कुछ भी नहीं है प्रवेश मेरा
इधर सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला का साफ कहना है कि प्रवेश शुक्ला न तो उनका विधायक प्रतिनिधि है और ना ही कार्यकर्ता है।
इधर कांग्रेस वाले कार्रवाई के बाद संतुष्ट नहीं हैं। उनका यही कहना है कि पूरे घर को तोड़ा जाए। कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। विधायक उसे बचा रहे हैं।