बेटियां घर का आत्म सम्मान और देश की शान : डॉ. राव
⚫ कन्या महाविद्यालय में परिचर्चा का आयोजन
हरमुद्दा
रतलाम, 8 जुलाई। बेटियां अपने व्यक्तित्व से शब्दों को शमशीर बना सकती है। पानी पर भी तस्वीर बना सकती है। तकदीर क्या हैं। तकदीर की भी तकदीर बना सकती हैं।
यह बात विचारक लेखक खाचरोद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप सिंह राव ने कही। शासकीय कन्या महाविद्यालय रतलाम के राजनीति विज्ञान विभाग में आयोजित “देश के विकास में नारी व्यक्तित्व की भूमिका” विषय पर आयोजित परिचर्चा में डॉ. राव ने कहा कि ज़ो कुछ भी बदल रहा हैं, उसमें नारियों की अहम भूमिका है, नित प्रतिदिन बहुमुखी प्रतिभाएँ नारियों के शिक्षित होने से उभर रही है, ज़ो तिहरी भूमिका निभाती है। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अनिल जैन, डॉ. मंगलेशवरी जोशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आर के कटारे ने स्वागत किया दी।