भर्ती फर्जीवाड़े पर बेरोजगारों ने की आवाज बुलंद : आदिवासी छात्र संगठन और बेरोजगार युवा छात्र संगठन ने रैली निकालते हुए की नारेबाजी, बेरोजगारों का शोषण और अन्याय नहीं होगा बर्दाश्त, फर्जीवाड़े की हो सीबीआई जांच, दोषियों को दी जाए सजा

ऑनलाइन की बजाए की जाए ऑफलाइन भर्ती

⚫ 10 दिन में नहीं हुई कार्रवाई तो राजधानी में प्रदर्शन

⚫ पटवारी भर्ती फर्जीवाड़े पर कलेक्टर को दिया ज्ञापन

⚫ कलेक्टर ने कहा आपकी बात पहुंचाएंगे ऊपर तक

हरमुद्दा
रतलाम, 13 जुलाई। गुरुवार को रतलाम की सड़कों पर आदिवासी छात्र संगठन और बेरोजगार युवा छात्र संगठन ने जोरदार रैली निकालते हुए नारेबाजी की। पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। सभी की यही मांग है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाए। सीबीआई से जांच की जाए और बेरोजगारों के साथ जो अन्याय और शोषण हो रहा है, उसे रोका जाए। सभी भारतीय परीक्षा ऑनलाइन की बजाए ऑफलाइन में की जाए। 10 दिन में कार्रवाई नहीं की गई तो राजधानी में प्रदर्शन किया जाएगा।

कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी के समक्ष ज्ञापन का वाचन करते हुए

आदिवासियों की आवाज बुलंद करने वाले आदिवासी छात्र संगठन के अध्यक्ष दिनेश माल ने हरमुद्दा को बताया कि आदिवासी छात्र संगठन और बेरोजगार युवा छात्र संगठन गुरुवार को संपूर्ण मध्यप्रदेश में एक साथ पटवारी भर्ती फर्जीवाड़े को लेकर को ज्ञापन दिया।

नेहरू स्टेडियम से निकाली विशाल आक्रोश रैली

जिले के आदिवासी छात्र संगठन रतलाम एवं बेरोजगार युवा छात्र संगठन रतलाम ने नेहरू स्टेडियम (पोलोग्राउंड) से एकत्रित हुए।आक्रोश रैली के साथ जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां पर जोरदार नारेबाजी करते हुए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को ज्ञापन सौंपा गया। कलेक्टर ने कहा कि आपकी बात को ऊपर पहुंचा दिया जाएगा।

पेपर लीक के खिलाफ बनाया जाए कानून

ज्ञापन का वाचन करते हुए बताया गया कि मध्यप्रदेश भर्ती परीक्षा पटवारी ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की निष्पक्ष एवं तुरंत सीबीआई जांच की जाए। पेपर लीक के खिलाफ कानून बनाया जाए। ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया को ऑफलाइन की जाए। आगे आने वाली भर्ती को फर्जीवाड़ा से रोका जाए।

एक ही केंद्र से 7 मेरिट लिस्ट में आना संयोग नहीं षड्यंत्र

पटवारी भर्ती परीक्षा में जो प्रावीण्य में सूची निकली है उसमें भिंड बीजेपी विधायक संजीव कुशवाहा के कॉलेज सेंटर पर परीक्षा देने वाले 7 ने प्रावीण्य में सूची में स्थान बनाया है। ऐसा संयोग नहीं बल्कि षड्यंत्र है। भ्रष्टाचार है। फर्जीवाड़ा है। परीक्षा केंद्र की संपूर्ण वीडियोग्राफी को उजागर करें। दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए। बेरोजगारों के साथ हो रहे धोखाधड़ी की निष्पक्ष सीबीआई जांच होनी चाहिए। ऐसी कई मांगे विद्यार्थियों ने छात्र संगठन के माध्यम से की।

10 दिन में नहीं हुई कार्रवाई तो राजधानी में प्रदर्शन

10 दिन में कार्रवाई नहीं होने पर संपूर्ण मध्यप्रदेश के विद्यार्थी एक साथ मिलकर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एकत्रित होंगे। भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।

यह थे मौजूद

ज्ञापन में उपस्थित आदिवासी छात्र संगठन के अध्यक्ष दिनेश माल, पूर्व जिला उपाध्यक्ष तुलसी राम डिंडोर, मुकेश भाभर, सुरेश डांगी, अरविंद चरपोटा, भूरालाल मईडा, प्रदेश संभाग सचिव बहादुर डामोर, गोपाल मईड़ा, शैलेंद्र डामोर, शैतान चारेल, पुष्पेंद्र राठौड़, राहुल सरगना, कमलेश्वर डोडियार, डॉक्टर अभय ओहरी, कमल डामोर, छात्रा सुनीता डोडियार आदि हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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