मुद्दे की बात : शिवराज सरकार द्वारा भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए महिलाओं को दी जा रही 15650 की स्कूटी : कांग्रेस महासचिव का आरोप

कृषि तथा पर्यावरण विभाग के बाद भी स्वयं सहायत समूह की महिलाओं से क्यों करवाया जा रहा कार्य

शिवराज की नीति और नियत उनके कुशासन और अक्षमता का प्रतीक

हरमुद्दा
भोपाल, 21 अगस्त। शिवराज जी द्वारा स्वयं सहायता समूह की 15650 महिलाओं को निशुल्क स्कूटी बांटकर भाजपा के लिये चुनाव प्रचार करवाने का षड्यंत्र किया जा रहा है । इस कार्य पर लगभग 1000 करोड़ रुपए फूंक दिए जाएंगे । यह आरोप प्रदेश कांग्रेस महासचिव तथा पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने लगाया।

श्री सकलेचा ने इस संदर्भ में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  को लिखे पत्र में मांग की है कि पंचायत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 313 विकासखंड मे 15650 स्कूटी के लिए प्रति स्कूटी के मान से ₹90000 देने की योजना पर रोक लगाई जाए तथा इस योजना को स्वीकृत करने वाले अधिकारियों का विभाग से तबादला कर, उन्हें चुनाव की ड्यूटी से दूर रखा जाए तथा उन पर कठोर प्रशासनिक कार्रवाई के आदेश दिए जाए।

प्रत्येक विकासखंड करेगा 50 स्कूटी निशुल्क वितरित

श्री सकलेचा ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 16 अगस्त 2023 को पत्र क्रमांक 10047/कृषि/2023 , समस्त जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जारी कर उन्हें पर्यावरण मित्र प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 313 संकुल (CLF) को सितंबर के प्रथम सप्ताह तक प्रत्येक संकुल को 50  के मान से 15650 निशुल्क स्कूटी प्रदाय किए जाने के निर्देश दिए गए हैं । तथा प्रत्येक स्कूटी के मान से ₹90000 दिए जाने का उल्लेख किया गया है । इस प्रकार कुल राशि 140 करोड़ 85 लाख वितरण किया जाना है । साथ ही उन्हें स्पष्ट निर्देश भी दिया गया है की सारी कार्यवाही 25 अगस्त तक पूर्ण कर सितंबर के प्रथम सप्ताह में समारोह पूर्वक प्रत्येक विकासखंड को 50 स्कूटी निशुल्क वितरित की जाए।

53  लाख महिलाओं को किया भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित

श्री सकलेचा ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार द्वारा यह पत्र नियम विपरीत, भ्रामक तथा दूषित उद्देश्य से जारी किया गया है ।  पर्यावरण मित्र के नाम पर जैविक कृषि तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रचार प्रसार हेतु 15650 महिलाओं को स्कूटी प्रदान कर,  उनसे महिला स्वयं सहायता समूह की लगभग 53  लाख महिलाओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करने, उन्हें प्रलोभन स्वरुप सामग्री तथा राशि बाटने का काम लिया जाएगा।

जागरूक करने की जिम्मेदारी

श्री सकलेचा ने कहा की पत्र में स्पष्ट लिखा है कि आगामी तीन वर्षों में  15650 पर्यावरण मित्र तैयार किए जाएंगे , उन्हें विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें ग्रामीणों को पर्यावरण तथा जैविक कृषि से जुड़े 10 विषयों पर जागरूक करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।

पर्यावरण मित्र क्यों नहीं बनाया पुरुषों को

श्री सकलेचा ने पूछा कि जब तीन वर्षों में 15650 पर्यावरण मित्र तैय्यार  किया जाना है , तो फिर सितंबर 2023 के प्रथम सप्ताह यानी मात्र 15 दिन बाद स्कूटी किन को प्रदान की जा रही है ? श्री सकलेचा ने पुछा की जिन सीएलएफ की महिलाओ के लिये स्कूटी खरीदी जा रही है , जिन्हे अभी प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है , वे  किस प्रकार से गांव-गांव जाकर ग्रामीणों पुरुषो को जैविक कृषि और पर्यावरण के मामले में जागृत कर पाएगी ? तथा इस कार्य के लिए सिर्फ महिलाओं को ही क्यों चुना गया है ? पुरुषों को पर्यावरण मित्र क्यों नहीं बनाया गया है ?

दोनो विभाग के कर्मचारी कार्य करने मे अक्षम

श्री सकलेचा ने बताया कि जैविक कृषि तथा पर्यावरण के संरक्षण के लिए कृषक कल्याण  तथा पर्यावरण विभाग सालो से कार्य कर रहे हैं । कृषि विभाग का कृषि संबधित  सभी कार्य   मिलाकर 2023-24 का बजट ₹53964 करोड  तथा पर्यावरण का ₹35.21करोड है । तथा दोनों विभागों में मिलाकर 10000 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत है , और जैविक कृषि तथा पर्यावरण संरक्षण पर हजारों करोड़ों का बजट उपयोग हो रहा है। इसके बावजूद आजिवीका मिशन की अप्रशिक्षित महिलाओं को जैविक  कृषि तथा पर्यावरण संरक्षण  के लिए कार्य करने की तथा उन्है स्कूटी देने की क्या आवश्यकता है ? क्या  कृषि कल्याण एवम पर्यावरण विभाग के कर्मचारियो को कभी स्कूटी दी गई  ? क्या हजारों करोड़ के बजट के बाद भी दोनो विभाग के योग्य एवम अनुभवी कर्मचारी जैविक कृषि और पर्यावरण संरक्षण का कार्य करने मे अक्षम है ? 

लगभग 1000 करोड़ रुपया फूंकेंगे

श्री सकलेचा ने कहा कि लाखों रुपए  प्रतिमाह वेतन पाने वाले , उच्च शिक्षित अधिकारियों, कर्मचारियों को छोड़कर, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कार्य करवाना , शिवराज जी की नीति और नियत , उनके कुशासन और उनकी अक्षमता का प्रतीक  है। श्री सचलेचा ने आरोप लगाया कि शिवराज जी द्वारा 15650 महिलाओं को स्कूटी देकर पर्यावरण तथा जैविक कृषि के प्रचार प्रसार के  नाम पर 53 लाख स्वंय सहायता समूह की महिलाओ को भाजपा के पक्ष मे मतदान करने के लिये प्रेरित करने, उन्हे प्रलोभन स्वरूप सामग्री तथा राशि बाटने का कार्य करवाया जायगा। पर्यावरण मित्र के नाम पर ₹140.85 करोड़ की स्कूटी के साथ , पेट्रोल खर्च , स्कूटी के टूट-फूट का खर्च, तथा महिलाओं के आने-जाने का भत्ता , मिलाकर लगभग 1000 करोड़ रुपया फूंक दिया जायगा  ।

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