उत्सव में फैला मातम : बेटी को डूबता देख पिता और ताऊ ने लगाई छलांग, बेटी बच गई, मगर दोनों भाई की हो गई मौत
⚫ शिप्रा किनारे दतिया खेड़ी आश्रम में सातुड़ी तीज उत्सव मनाने आया था डाबड़िया से शर्मा परिवार
⚫ सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन पहुंचे मौके पर
⚫ गांव डाबड़िया में फैला मातम
हरमुद्दा
रतलाम, 2 सितंबर। जिले के आलोट के पास शिप्रा नदी के किनारे शर्मा परिवार की बिटिया डूब रही थी, तभी उसके पिता और ताऊ ने उसे बचाने के लिए नदी में छलांग लगाई। बिटिया को तो बचा लिया, लेकिन दोनों भाइयों की डूबने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन एवं एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान काफी संख्या में भीड़ जमा हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार डाबड़िया गांव के निवासी मोहनलाल शर्मा परिवार के लोग सहित अन्यजन सतुडी तीज उत्सव मनाने के लिए दतियाखेड़ी आश्रम पर आए थे,जहां पर मोहनलाल शर्मा के बड़े बेटे दुर्गा शंकर शर्मा (32) की 12 वर्षीय बेटी सिमरन शिप्रा नदी में डूबने लगी। यह देख पिता ने उसे बचाने के लिए छलांग लगाई। इसके साथ ही बड़े भाई राधेश्याम शर्मा (35) ने भी नदी में छलांग लगाई। दोनों ने बिटिया को बचा लिया लेकिन वह दोनों पानी की गहराई में चले गए। गांववासियों ने एक भाई को निकाला। सूचना मिलने पर एसडीएम सुनील जायसवाल तहसीलदार सोनम भगत सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए थे।
गांव में पसर गया मातम
इतने में एनडीआरएफकी टीम भी मौके पर पहुंच गई। दूसरे भाई को भी निकाला और आलोट अस्पताल ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत दोनों को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिए। गांव डाबड़िया में उनका अंतिम संस्कार किया गया। दो भाइयों की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।