शख्सियत : गांव की गलियों से भक्तचरण की बंसी की धुन पहुंची बॉलीवुड
⚫ मायानगरी मुंबई में बिखेर रहे अपनी कला का जादू
⚫देश के दिग्गज कलाकारों के साथ किया है बांसुरी वादन
⚫धर्म गुरुओं से मिला है आशीर्वाद
हरमुद्दा
रतलाम, 14 सितंबर। रतलाम के गांव की गलियों से निकले बांसुरी के सुर अब मायानगरी मुंबई में अपना जादू बिखेर रहे हैं। प्रदेश से पहली बार बॉलीवुड इंडस्ट्री की ख्यातिप्राप्त म्यूजिक लेबल – ज़ी म्यूजिक कंपनी के आधिकारिक चैनल पर अपना बांसुरी वादन यूट्यूब के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्टार पर प्रदर्शित किये जाने की सफलता ग्राम पंचेड़ के युवा कलाकार भक्तचरण सिंह चौधरी ने प्राप्त की है।
पंचेड़ निवासी पूर्व सरपंच गोपाल चौधरी के पौत्र भक्तचरण की यात्रा गांव से निकलकर उत्तरभारत में प्रस्तुतियों के साथ ही संगीत कलाकार के रूप में मुंबई तक जा पहुंची है। वर्तमान में दो आगामी फिल्मों के बैकग्राउंड म्यूजिक में योगदान और प्रसिद्ध रियलिटी शो इंडियन आइडल सितारों के साथ मंच पर प्रस्तुति देने के साथ ही भाजपा सांसद मनोज तिवारी एवं रविकिशन के साथ भी प्रस्तुति देने का सौभाग्य प्राप्त किया है।
देश के दिग्गज कलाकारों के साथ किया है बांसुरी वादन
भक्तचरण सिंह चौधरी पिता अरविंद चौधरी की प्राथमिक शिक्षा श्री गुरु तेग बहादुर अकादमी रतलाम में ही हुई। 2016 में देहरादून जाकर वकालत की पढ़ाई शुरू की । उसी दौरान संगीत में अत्यंत रुचि जागृत हुई । संयोगवश ऋषिकेश में अश्विन श्रीनिवासन जी से भेंट हुई, जो कि देश विदेश में प्रसिद्ध है एवं ए. आर. रहमान के साथ बांसुरी वादन करते हैं ।बांसुरी वादन का प्रारंभिक प्रशिक्षण मुंबई में अश्विन जी के द्वारा प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त किया। तत्पश्चात पद्म विभूषण पंडित हरिप्रसाद चौरसिया जी से आशीर्वाद प्राप्त कर भुवनेश्वर स्थित वृंदावन गुरुकुल में गुरुकुल परंपरा के अनुसार बांसुरी वादन की शिक्षा प्राप्त की। देहरादून से वकालत की डिग्री पूरी कर वर्तमान में पुणे स्थित चिन्मयानंद विश्व विद्यापीठ से भारतीय शास्त्रीय बांसुरी वादन में मास्टर्स की डिग्री विश्वविख्यात बांसुरी वादक पंडित रूपक कुलकर्णी जी के सानिध्य में जारी है।
धर्म गुरुओं से मिला है आशीर्वाद
भक्तचरण चौधरी ने ऋषिकेश में भव्य रूप से आयोजित न्यू एज म्यूजिक फेस्टिवल में प्रस्तुति दी। हरिद्वार में आयोजित धर्म सभा में जगतगुरु शंकराचार्य जी, स्वामी अवधेशानंद गिरी जी, महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी जी, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, आचार्य बालकृष्ण जी, पूर्व राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य जी के समक्ष बांसुरी वादन प्रस्तुत कर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी एवं बेबी रानी मौर्य जी द्वारा विशेष रूप से सराहना एवं आशीर्वाद प्राप्त किया।
पंचेड़ का नाम किया है रोशन
इस प्रकार रतलाम के पंचेड गांव से निकलकर उत्तर भारत में आईआईटी रुड़की,फॉरेस्ट रिसर्च अकैडमी, यूपीईएस देहरादून, दूरदर्शन केंद्र उत्तराखंड, 93.5 माय एफएम इंदौर, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर, मसूरी विंटर कार्निवाल, मालदेवता पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल, राजपुर फ्लावर फेस्टिवल, हयात रीजेंसी, अंतरा देहरादून ,वर्ल्ड इंटीग्रिटी सेंटर, अनंता पुष्कर जैसे अन्य स्थानों पर आयोजित शास्त्रीय, उप शास्त्रीय, गजल, बॉलीवुड एवं फ्यूजन कॉन्सर्ट्स में प्रस्तुति देकर परिजन एवं ग्राम पंचेड का नाम रोशन किया है।