प्रदेश में फिजियोथेरेपी काउंसिल नहीं बनाई तो 7 हजार फिजियोथेरेपिस्ट 18 से हड़ताल पर

हरमुद्दा
रतलाम, 8 जुलाई। प्रदेश में फिजियोथेरेपी काउंसिल नहीं बनाई तो मध्यप्रदेश के 7 हजार से अधिक फिजियोथेरेपिस्ट 18 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर आंदोलन करेंगे। यह बात इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ फिजियोथेरेपिस्ट रतलाम ब्रांच के सचिव डॉ. मुकेश चौहान ने पत्रकारों से चर्चा में बताई। डॉ. चौहान ने बताया कि हम प्रदेश सरकार से 16 सालों से मांग कर रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हमें पैरामेडिकल के अंतर्गत लिया जा रहा है। जबकि पूरी दुनिया में फिजियोथेरेपी स्वतंत्र हैं। यह बात भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ भी जानता है।

कोई सकारात्मक निर्णय नहीं

मध्यप्रदेश में हमे पैरामेडिकल के साथ रखने के कारण हमारे बारे में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जा रहा हैं। हमारे भविष्य के बारे में कोई ठोस व कारगर योजना नहीं बनाई जा रही है। फिजियोथेरेपी काउंसिल बनने से कई सुविधाएं और विकास की योजना बनेगी।

हमारी अहमियत भी चिकित्सक से कम नहीं 

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पत्रकारवार्ता के दौरान इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ फिजियोथेरेपिस्ट रतलाम ब्रांच की समन्वयक डॉ. सपना खत्री बोरीवाल व डॉ. विधि तिवारी ने बताया कि जिले में 25 से 30 फिजियोथेरेपिस्ट है। इसमें भी महिलाएं अधिक है। हमारी अहमियत भी चिकित्सक से कम नहीं है। चिकित्सक की दवाई और फिजियोथेरेपी के समन्वय से ही मरीज शीघ्र स्वस्थ्य होता है। हमारा स्वतंत्र प्रोफेशन है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ फिजियोथेरेपिस्ट के डॉ. राम पंवार व डॉ. भूपेंद्र सोड़ा ने बताया कि फिजियोथेरेपी विधा में अनुसंधान व एजुकेशन में बढ़ोत्तरी के लिए भी काउंसिल जरूरी है। प्रदेश सरकार को इस दिशा में कार्रवाई करना चाहिए।

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