सामाजिक सरोकार : भ्रष्टाचार को रोकना भी राष्ट्र सेवा का एक रूप
⚫ वरिष्ठ अनुभाग अभियंता मिलिंद बेटावदकर ने कही
⚫ मनाया सतर्कता जागरूकता सप्ताह
⚫ निबंध प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया संजय ओझा
हरमुद्दा
रतलाम 5 नवंबर। भ्रष्टाचार को रोकना भी राष्ट्र सेवा का एक रूप है। यह हमारा कर्तव्य भी है। राष्ट्र सेवा का एक रूप है, जो देश को समृद्ध बनाने में सहायक होता है।
यह बात वरिष्ठ अनुभाग अभियंता मिलिंद बेटावदकर ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत आयोजित अंतर मंडलीय निबंध प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त दूरसंचार विभाग के संजय ओझा को पुरस्कृत करते हुए कही । स्पर्धा में पश्चिमी रेलवे चर्च गेट के सभी मंडलों के तीस से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था। निबंध का विषय था “भ्रष्टाचार का विरोध करें, राष्ट्र के प्रति समर्पित रहे” । ओझा को 1500 रु का नगद पुरस्कार दिया गया।उल्लेखनीय है कि ओझा को यह पुरस्कार सातवी बार दिया गया।
इन्होंने किया हर्ष व्यक्त
रतलाम मंडल के एस. एस. ई. संदीप पांडे, भास्कर भारती, आनंद प्रभात, प्रेम सिंह राठौड़, प्रेमराज मीणा, भूपेंद सिंह, उमेश मीणा, दीपक लालवानी, योगेंद्र सिंह, अशोक अग्रवाल, दीपक जिंदल, घनश्याम राठौड़, सुजीत शर्मा आदि ने हर्ष व्यक्त किया ।