विधानसभा निर्वाचन : मतदान करवाने में सैलाना रहा अव्वल, रतलाम में प्रधानमंत्री की सभा भी काम में नहीं आई, रतलाम के मतदाताओं ने नाराजगी जताई
⚫ रतलाम शहर के मतदान क्रमांक से आई पहली पार्टी 7.18 बजे
⚫ तहसीलदार ने किया सबसे पहले आए दल का पुष्पमाला से स्वागत
⚫ ईवीएम में कैद हुई किस्मत 3 दिसंबर को होगी रिहाई
हरमुद्दा
रतलाम, 17 नवंबर। मध्य प्रदेश विधानसभा निर्वाचन के तहत शुक्रवार को जिले में मतदाताओं में जोश, जुनून और उत्साह के साथ मतदान किया। खास बात यह रही कि मतदान करने की दौड़ में सैलाना जिले में अव्वल रहा रतलाम में प्रधानमंत्री की भी सभा काम में नहीं आई और मतदाताओं ने मतदान नहीं करने की कसम खाई। इस तरह मतदान नहीं करके अपनी नाराजगी जताई। पांचो विधानसभा सीट के उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई अब उनकी रिहाई 3 दिसंबर को होगी।
जिले की पांच विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को सुबह 7 मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू हुआ। जिले में रतलाम शुरू से ही पिछड़ रहा। पहले रतलाम ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता मतदान करने में आगे चल रहे थे तो दोपहर बाद आदिवासी अंचल का सैलाना बजाना क्षेत्र आगे आ गया मगर रतलाम के मतदाता उन्हें मतदान के प्रति रुझान नहीं दिखाई। इसलिए हर 2 घंटे के बाद मतदान का प्रतिशत बताया गया। चार बार के परिणाम में भी रतलाम पीछे ही रहा। शहर एसडीएम संजीव केशव पांडे मतदान केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखे रहे।
कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी 7:08 पर आए मतदान सामग्री जमा स्थल पर
मतदान सामग्रिक जाम स्थल पर कलेक्टर भास्कर लक्षकार और पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा 7:08 पर आए और उन्होंने यही पूछा कि अभी तो कोई डाल नहीं आया होगा फिर उनको जवाब मिलकर नहीं आया।
पहले दल आया मतदान क्रमांक से 247 से
मतदान केंद्र क्रमांक 247 के पीठासीन अधिकारी मोहम्मद यूनुस 7:18 पर मतदान सामग्री लेकर आए। पीठासीन अधिकारी ने बताया कि कल 515 मतदाता थे जिसमें से 377 ने मतदान किया। मतदान दल का तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, नायब तहसीलदार संदीप इवने, नगर निगम के ए पी सिंह, रतलाम शहर सुपरवाइजर रतन चौहान, शैलेंद्र सिंह देवड़ा, श्याम राणा, जगदीश शर्मा, अनिल भार्गव, पुष्पहार से स्वागत किया।