… और खुल गई पोल : जिले की आंगनवाड़ियों का आकस्मिक निरीक्षण, कहीं मिले ताले, तो कहीं गड़बड़ झाले, कई जगह बच्चे भी नदारद
⚫ जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही आई नजर
⚫ नहीं रहा आंगनवाड़ियों पर नियंत्रण
⚫ कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदारों ने किया आंगनवाड़ियों का औचक निरीक्षण
⚫ दिए जा रहे है कार्यकर्ताओं को नोटिस
हरमुद्दा
रतलाम 27 नवंबर। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही का नमूना सामने नजर आया कि उनका अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। तभी कलेक्टर भास्कर लक्षकार के निर्देश पर जिले के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार ने जब आंगनबाड़ियों का आकस्मिक निरीक्षण किया तो कई जगह ताले मिले तो कहीं गड़बड़ झाले। आंगनवाड़ियों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, बच्चों की उपस्थिति देखी कई आंगनवाड़ियां बंद पाई गई, बंद आंगनवाड़ियों के कार्यकर्ताओं को नोटिस दिए जा रहे है। लापरवाही करने वाले सभी को नोटिस दिए जा रहे हैं।
सोमवार को जिले के एसडीएम, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदारों द्वारा सोमवार को आंगनवाड़ियों का औचक निरीक्षण किया गया। जिले की आंगनवाड़ियों में लापरवाही का नजारा सामने आया। आंगनवाड़ियों के संचालन में जिम्मेदार लापरवाह कर्मचारियों को नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। जबकि देखा जाए तो आंगनवाड़ियों पर नियंत्रण के लिए पूरी की पूरी फ़ौज है जो की मौज कर रही है। जिनके लिए आंगनवाड़ियां हैं, उन्हें सुविधा नहीं मिल रही है।
आलोट क्षेत्र में तीन आंगनवाड़ियों पर मिले ताले, एक पर नहीं पहुंचा भोजन
आलोट क्षेत्र में एसडीएम सुनील जायसवाल, तहसीलदार सोनम भगत द्वारा आलोट की आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 5, 6, 9, 10, 11, 12, 13 का निरीक्षण किया गया इनमें आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 5, 12 तथा 13 बंद पाई गई। केंद्र क्रमांक 6 में सोमवार को स्वयं सहायता समूह द्वारा भोजन नहीं पहुंचाया गया था।
आंगनवाड़ियों में नहीं थे बच्चे, कई थी बंद
जिले के जावरा अनुविभाग में एसडीएम अनिल भाना के अलावा तहसीलदारों नायब तहसीलदारों ने आंगनवाड़ियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम लोहारी, भेसाणा, जावरा का यादव मोहल्ला आंगनवाड़ी बंद पाई गई। आंगनवाड़ी केंद्र बोरदा के निरीक्षण के समय बच्चे उपस्थित नहीं पाए गए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति प्रक्रिया प्रचलित है। सहायिका द्वारा आंगनवाड़ी का संचालन किया जा रहा है। लोहारी में निरीक्षण के समय स्टाफ तथा बच्चे मौजूद नहीं थे। शहर की कई अन्य आंगनवाड़ियों में भी निरीक्षण में पाया गया कि बच्चे मौजूद नहीं थे इनमें मेवाती पुरा ऊंट खाना की आंगनवाड़ियां सम्मिलित है लाला खेड़ा आंगनवाड़ी बंद पाई गई। बड़ौदा में निरीक्षण के दौरान राजाखेड़ी ग्राम की आंगनवाड़ी बंद पाई। गई साथ ही वार्ड क्रमांक 4 बडावदा की आंगनवाड़ी भी बंद मिली। ठिकरिया में उपस्थित सहायिका द्वारा रिकॉर्ड दिखाने में असमर्थता जताई गई।
पिपलोदा क्षेत्र में 9 आंगनवाड़ी मिली बंद
पिपलोदा तहसीलदार द्वारा किए गए निरीक्षण में मिनी आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 9 पिपलोदा बंद पाई गई। इसी प्रकार आयाना तथा ग्राम हरियाखेड़ा में भी आंगनवाड़ी बंद पाई गई। अधिकांश केंदो पर बच्चे उपस्थित नहीं थे। इसके अलावा पिपलोदा क्षेत्र की ग्राम चिकलाना, सेमलिया की आंगनवाड़ियां बंद मिली, रियावन में खुली मिली लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनुपस्थित थी, कालूखेड़ा में भी यही स्थिति थी।
सैलाना क्षेत्र में परखी भोजन की गुणवत्ता
जिले के सैलाना अनुभाग में एसडीएम मनीष जैन तथा तहसीलदार, नायब तहसीलदारों द्वारा सैलाना तहसील के कांगसी, सुंडी, बायडी, भेडली, शिवगढ़, मकोरिया रुंडी, अडवानिया, सलवानिया, उंडेर ग्रामों की आंगनवाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। कई आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या अपेक्षाकृत कम पाई गई। अधिकारियों द्वारा भोजन की गुणवत्ता परखी गई। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को पोषण युक्त आहार प्रदाय करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं एवं कुछ स्थानों पर आंगनवाड़ी केंद्र बंद पाए गए थे उनकी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसी तरह बाजना और रावटी तहसीलदारों द्वारा अपने क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न ग्रामों की आंगनवाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।