मुद्दे की बात : काफी पहले खंबा हटाने के लिए दिए थे सुझाव, किया सचेत, मगर कोई माने तब ना, जिम्मेदारों को तो रहता हादसे का इंतजार

पूर्व महापौर एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शैलेंद्र डागा ने लिखा था कलेक्टर को पत्र

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल, यातायात विभाग और नगर निगम के समन्वय से हो सकता था कार्य

हरमुद्दा
रतलाम,29 नवंबर। शहर के विनोबा नगर क्षेत्र में बीच सड़क पर खड़े बिजली के पोल से टकराकर एक युवक के गंभीर रूप से घायल होने के बाद शहर में कहीं भी खड़े कर दिए गए और रास्ते में आ रहे बिजली के पोल को लेकर फिर से चर्चा छिड़ गई है। इधर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने इस संबंध में करीब 1 वर्ष पूर्व ही कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई का आग्रह किया था। श्री डागा ने एमपीईबी को यातायात और नगर निगम से चर्चा कर समन्वय से बिजली के पोल लगाने और यातायात में बाधक बन रहे पुराने पोल को हटाने का सुझाव दिया था।

भाजपा नेता शैलेंद्र डागा

तत्कालीन कलेक्टर को लिखे पत्र में श्री डागा ने मांग की थी कि सरकारी धन एवं समय की बचत और यातायात के दृष्टिगत एमपीईबी शहर में नए स्थानों पर विद्युत पोल लगाने से पहले नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और यातायात पुलिस से चर्चा कर सहमति ले।उसके बाद ही पोल लगाने का कार्य किया जाए।

तो होती सरकारी धन और समय की बचत

1 वर्ष पूर्व जारी बयान में श्री डागा ने कहा था कि सड़क चौड़ीकरण कार्य के लिए कई स्थानों से विद्युत पोल को हटाना पड़ रहा है। कई पोल ऐसे भी हैं जिन्हें एमपीईबी द्वारा कुछ सालों पहले ही लगाया गया था। यदि पूर्व में पोल लगाने के पहले ही भविष्य में मार्ग चौड़ीकरण की संभावनाओं पर नगर निगम या यातायात विभाग से चर्चा कर ली जाती और उसके बाद निर्धारित स्थान पर पोल लगाए जाते तो आज पोल शिफ्टिंग की जरूरत भी नहीं पड़ती और सरकारी विभागों को पोल शिफ्टिंग के लिए जो धनराशि खर्च करना पड़ रही है, वह भी नहीं करना पड़ती। समय और सरकारी धन दोनों बचता।

मनमानी स्थान पर लगती है एमपीईबी पोल

श्री डागा ने कहा कि अभी भी एमपीईबी द्वारा अपने मनमाने स्थान पर नए पोल लगा दिए जाते है। भविष्य के यातायात को ध्यान में रखते हुए और सड़क चौड़ीकरण की संभावना को देखते हुए एमपीईबी को संबंधित विभागों से चर्चा कर पोल लगाने चाहिए।

पुराने पोल नहीं हटाना भी यातायात में बाधक

जारी बयान में श्री डागा ने कहा था कि कई स्थानों पर एमपीईबी ने सड़क किनारे नए पोल लगा दिए हैं, लेकिन सड़क के बीच से पुराने पोल अभी तक नहीं हटाए है। ऐसे में पुराने पोल यातायात में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। ऐसे पुराने पोल को भी हटाया जाना चाहिए।

समन्वय से कार्य करें एमपीईबी

अपने सुझाव में पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने कहा था कि बिजली तारों के पास से जा रहे पेड़ों की छंटाई के कार्य में भी एमपीईबी नगर निगम से समन्वय बनाकर कार्य करें। देखने में आ रहा है कि बिना सूचना के एमपीईबी पेड़ों की छटाई कर देता है, जिसके बाद पेड़ की टहनियां वही रखी रह जाती है। नगर निगम भी टहनियों को नहीं उठाता है और क्षेत्र की जनता परेशान होती रहती है। श्री डागा ने पेड़ों की छटाई के लिए नगर निगम से सहयोग लेकर कार्य करने की बात कही है।

तो रुक सकता था हादसा

श्री डागा ने आज जारी बयान में कहा कि यदि एक वर्ष पूर्व उनके द्वारा ध्यान दिलाए गए इस मुद्दे पर प्रशासन समय रहते ध्यान दे देता तो इस तरह के हादसे रूक सकते थे। श्री डागा ने कहा कि अभी भी शहर में कई स्थानों पर बिजली के पोल रास्ते में बाधा बन रहे हैं। कई स्थानों पर नए पोल लगने के बाद भी पुराने पोल नहीं हटाए गए हैं। श्री डागा ने इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। श्री डागा ने वर्तमान कलेक्टर भास्कर लक्षकार  द्वारा इस संबंध में संज्ञान लेकर कार्रवाई किए जाने की भी सराहना करते उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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