प्रधानमंत्री से मांग: अखबारी कागज से कस्टम ड्यूटी वापस लेने की मांग पर प्रेस क्लब ने दिया ज्ञापन

हरमुद्दा
रतलाम, 15 जुलाई। देश के आम बजट में अखबार की छपाई में काम आने वाले कागज और पत्रिकाओं की छपाई में काम आने वाले लाईट वेट कोटेड पेपर पर 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में सोमवार को रतलाम प्रेस क्लब ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।

रतलाम प्रेस क्लब के बैनर तले शहर सहित पूरे जिले के पत्रकार एकत्रित कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां एसडीएम लक्ष्मी गामड़ को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

यह है ज्ञापन में बात
ज्ञापन में कहा कि कागज और पत्रिकाओं की छपाई में काम आने वाले लाईट वेट कोटेड पेपर पर 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाई गई है। इससे पहले से वित्तीय दबाव का सामना कर रहे समाचार पत्र उद्योग की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। छोटे और मझौले अखबारों को ज्यादा नुकसान होगा। उनमें से अधिकांश बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे। भारतीय समाचार उद्योग को बचाने के लिए सरकार को तत्काल हस्तक्षेप की अपील की गई।

दोगुना लागत में पड़ता है अखबार
ज्ञापन में बताया कि देश में सालाना 25 लाख टन अखबारी कागज की खपत है। घरेलु उत्पादन क्षमता मात्र 10 लाख टन है। ऐसे में कागज को आयात करना मजबूरी है। इस उद्योग में 50 प्रतिशत से अधिक का खर्च केवल कागज पर आता है। पाठक को जिस कीमत पर अखबार दिया जाता है, वास्तविक लागत उससे दो गुना से भी अधिक होती है।

2 फीसद भी खत्म कर दी थी और अब 10 फीसद
2009 तक 2 प्रतिशत ड्यूटी लगती थी, जो 2010 में खत्म कर दी गई थी। अब 10 प्रतिशत ड्यूटी लगाने के सरकार के इस कदम से पाठकों और अखबार जगत पर बोझ पड़ेगा और कई अखबारों के बंद होने से लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इसलिए इस बढोतरी को तत्काल वापस लिया जाए।

यह थे मौजूद
इस दौरान रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश जैन, सचिव मुकेशपुरी गोस्वामी, उपाध्यक्ष राजू केलवा, राकेश पोरवाल, शरद जोशी, रमेश टांक, वीरेंद्र हीतिया, रमेश सोनी, नरेंद्र अग्रवाल, मुबारिक शेरानी, इंगित गुप्ता, दिनेश दवे, हरिवंश शर्मा, भुवनेश पंडित, गोविंद उपाध्याय, सुजीत उपाध्याय, प्रियेश कोठारी, हेमंत कोठारी, महेश पुरोहित, मोतीलाल बाफना, अदिति मिश्रा, सिकंदर पटेल, यश शर्मा बंटी, समीर खान, शानू, विवेकानंद चौधरी आदि मौजूद थे।

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