धर्म संस्कृति : विद्यालयीन ऑनलाइन श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा 22 एवं 24 दिसंबर को
⚫ तुलसी पूजन दिवस पर पुरस्कार वितरण
⚫ पांच साल में पांच हजार जुड़े
हरमुद्दा
रतलाम, 20 दिसंबर। श्रीमद्भागवत गीता जयंती एवं तुलसी पूजन दिवस के उपलक्ष्य में युवा सेवा संघ रतलाम द्वारा विद्यालयीन स्तर पर ऑनलाइन श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। दो चरणों में 22 एवं 24 दिसम्बर को आयोजित इस ऑनलाइन परीक्षा का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ना है।
युवा सेवा संघ अध्यक्ष रुपेश सालवी ने बताया प्रथम चरण परीक्षा 22 दिसंबर गीता जयंती पर्व पर जबकि द्वितीय चरण में परीक्षा 24 दिसंबर को होगी। चूंकि ये परीक्षा विद्यालयीन स्तर पर आयोजित की जा रही है इसलिए सभी अपने बच्चो के विद्यालय में संपर्क कर सकते है। दोनों ही चरणों से चयनित श्रेष्ठ विधार्थियों का पुरस्कार वितरण समारोह तुलसी पूजन दिवस के अवसर पर 25 दिसंबर को मांगल्य मन्दिर पर रखा गया है। यंहा तुलसी पूजन का आयोजन भी होगा।
पांच साल में पांच हजार जुड़े
उन्होंने बताया कि युद्ध के मैदान में भगवान श्री कृष्ण के श्रीमुख से उच्चारित श्रीमद्भागवत गीता प्रत्येक जीव के वास्तविक कल्याण का सन्देश देती है। भक्ति,ज्ञान और कर्म योग पर केन्द्रित इस दिव्य ग्रन्थ की महिमा अद्भुत है। इसके दिव्य ज्ञान का अवलम्बन लेकर आने वाली पीढ़ी अपने जीवन को ओजस्वी और तेजस्वी बनाएं, इसी पुनीत उद्देश्य को लेकर गीता जयंती के उपलक्ष्य में 22 एवं 24 दिसंबर को विद्यालयीन स्तर पर ऑनलाइन श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान परीक्षा आयोजित है। इसी के साथ तुलसी माता की महिमा से अवगत करवाने के भाव से परीक्षा में समावेश किया गया है। विगत पांच वर्षो से यह स्पर्धा लगातार आयोजित की जा रही है, जिसमे अब तक कोई पांच हजार से अधिक विधार्थी शामिल हो चुके है।