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उत्सव का उल्लास : नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की हाथी घोड़ा पालकी, छोटे-छोटे बच्चों के बीच मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्सव

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श्री राधा कृष्ण संस्कार परिषद एवं गीता जयंती महोत्सव समिति के बैनर तले 20वां आयोजन

अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है प्रभु का अवतार : श्रीमद् भागवत आचार्य सत्यव्रत शास्त्री

गवली समाज, राठौर समाज सहित अन्य ने किया भागवत आचार्य श्री शास्त्री का अभिनंदन

हरमुद्दा
रतलाम, 20 दिसंबर। श्री कृष्ण जन्म के प्रसंग शुरू होते ही पांडाल में मौजूद श्रद्धालु नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजनों के साथ झूम उठे। छोटे-छोटे बच्चों के बीच श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। माखन मिश्री का बच्चों ने आनंद लिया। अनेक समाज द्वारा श्रीमद्भागवत आचार्य सत्यव्रत शास्त्री का अभिनंदन किया गया। धर्मनिष्ठ संजय प्रेमलता दवे परिवार द्वारा फरसा भेंट किया गया।

श्री कृष्ण जन्मोत्सव में नृत्य करते हुए श्रद्धालु

यह सब हुआ श्री राधा कृष्ण संस्कार परिषद एवं गीता जयंती महोत्सव समिति के बैनर तले हनुमान बाग अमृत सागर पर चल रहे 20 वें महोत्सव के चौथे दिन। श्रीमद् भागवत सप्ताह के तहत बुधवार को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। बच्चों को माखन मिश्री और टॉफियों का वितरण किया गया। चारों ओर उत्सव का उल्लास छाया रहा।

फूलों की खेली होली

कथा के दौरान फूलों की होली खेली गई और भगवान श्री कृष्ण के जयकारों के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। सुसज्जित टोकरी में श्रीकृष्ण का लाया गया। श्री कृष्ण बालक पार्थ गवली को बनाया गया, वहीं नंदबाबा धर्मनिष्ठ सतीश राठौर बने।

अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है प्रभु का अवतार

श्रीमद्भागवत आचार्य सत्यव्रत शास्त्री ने कहा जब जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। मनुष्य इस सांसारिक मोह में फस कर अपने जीवन को व्यर्थ गंवा देता है। मनुष्य अपने मन के कुविचारों को निकाल कर परमेश्वर का ध्यान लगाता है तो वह मोक्ष की प्राप्ति करता है।

अनेक समाज ने किया आचार्य शास्त्री का अभिनंदन

महोत्सव के दौरान आचार्य सत्यव्रत शास्त्री को संजय प्रेमलता दवे परिवार द्वारा फरसा भेंट किया गया। 

गवली समाज के प्रमुख वरिष्ठ रामचंद्र गवली, कल्लू थम्मार, रमेश चौधरी, बलराम मोरिया, छोटेलाल चौधरी मन्नू रौतेला, गोविंद गवली ने साफा बांधकर अभिनंदन किया। श्री राधा कृष्ण संस्कार परिषद के संस्थापक एवं संयोजक पुष्पोदभव शास्त्री मित्र मंडल के मनमोद दीक्षित, ओंकार सिंह राठौर, प्रमोद मिश्रा, महेंद्र सिंह चौहान, नाथूराम तिवारी, पूनमचंद पाटीदार, कैलाश पाटीदार, महिपाल सिंह राठौड़, महावीर प्रसाद मिश्रा, श्याम योगी, राधेश्याम पवार आचार्य श्री का सम्मान किया। व्यास पीठ पर विराजित भागवत आचार्य श्री शास्त्री का सम्मान श्री राठौर समाज के अध्यक्ष कैलाश जमादार, राजेंद्र राठौर, सचिव राजेंद्र राठौड़, धर्मशाला समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर, हेमंत राठौर, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज बोराणा, राजेश राठौर, कन्हैयालाल राठौर, राधेश्याम राठौर आदि ने किया।

श्रीमद् भागवत ग्रंथ का पूजन करते हुए महिला पार्षद

शास्त्री परिवार की ओर से निगम अध्यक्ष का सम्मान

नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती शर्मा सहित पार्षदद्वय का सम्मान करते हुए शास्त्री परिवार की सीमा द्विवेदी

शास्त्री परिवार की ओर से सीमा द्विवेदी ने विशेष रूप से मौजूद निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, पार्षद संगीता सोनी, कविता चौहान, प्रेमलता दवे का सम्मान किया।

यजमान ने की पूजन और आरती

विशेष अतिथि नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, पार्षदद्वय और यजमान गवली दंपति आरती करते हुए
यजमान शांतु पुष्पा गवली पूजन करवाते हुए पंडित दुर्गेश रावल

इस मौके पर संगीतमय भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य करते हुए भागवत कथा का रसपान किया। संचालन नंदकिशोर व्यास और दुर्गेश रावल ने किया। पोथी पूजन एवं आरती शांतु पुष्पा गवली और सतीश पुष्पा राठौर दंपत्ति की गई।

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