पिपलौदा डाईट में कलेक्टर: जिन प्राइमरी स्कूलों में स्टाफ की कमी है, वहां पढ़ाने के लिए भेंजे मास्टर ट्रेनर्स
हरमुद्दा
रतलाम, 16 जुलाई। पिपलौदा डाइट में मंगलवार को कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि जिन प्राइमरी स्कूलों में स्टाफ की कमी है, वहां पढ़ाने के लिए मास्टर ट्रेनर्स भेजे जाएं। साथ ही प्रशिक्षण ले रहे प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को शैक्षणिक व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देशित किया।
कलेक्टर ने शिक्षकों से शालाओं में अध्यापन व्यवस्था को लेकर सवाल किए। एक शिक्षिका द्वारा स्टाफ की कमी की बात कहने पर कलेक्टर ने कहा कि जिस प्रकार जिले में हायर सेकेंडरी स्कूलों में मास्टर ट्रेनर्स चयनित विषयों के अध्यापन का कार्य कर रहे हैं, उसी प्रकार प्राइमरी स्कूलों के लिए भी व्यवस्था की जाएगी।
कोई भी स्कूल डी ग्रेड में न रहे
कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि उनकी शाला आगामी प्रतिभा पर्व के अवसर पर अपग्रेड हो जाए। खासतौर पर उनकी शाला ‘डी’ ग्रेड में नहीं रहे।
विद्यार्थी करते हैं शिक्षकों को फॉलो
कलेक्टर ने कहां कि शिक्षक का भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, बच्चे अपने माता-पिता से भी ज्यादा अपने शिक्षक को फॉलो करते हैं। इसलिए शिक्षकगण अपने विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा दें।
यह थे मौजूद
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी अमर वरधानी, डाईट प्राचार्य नरेन्द्र गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।