लोकायुक्त की कार्रवाई : रिश्वतखोर कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा, मचा हड़कम्प
⚫ ₹15000 की ले रहा था रिश्वत
⚫ पुलिस कर रही पूछताछ
⚫ सुर्खियों में रहता आया है वन मंडल कार्यालय
हरमुद्दा
रतलाम, 23 जनवरी। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन में रतलाम के वन मंडल कार्यालय में रिश्वतखोर वनपाल को पकड़ा है। वह ₹15000 की रिश्वत ले रहा था। रिश्वत किस बात की ले रहा था, अभी इसका स्पष्ट रूप से पता नहीं चला है। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।
दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र के वन विभाग के वनपाल बृजबिहारी लाल पुष्कर को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते इंस्पेक्टर दीपक शेजवार ने वन मंडल कार्यालय में ही रंगे हाथों पकड़ा है। बता दें कि इसके पहले भी रतलाम वन मंडल सुर्खियों में रहता आया है। पहले भी डीएफओ एसके पलाश और डिप्टी रेंजर तनवीर खान को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है। रतलाम वन मंडल अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायतें बहुत दिनों से मिल रही थी। लोकायुक्त की कार्रवाई से पूरे वन विभाग में हड़कंप की स्थिति है।
टाल संचालक ने की थी शिकायत
टाल संचालक नामली के सुरेश पाटीदार ने उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को इस मामले में शिकायत की थी। काफी समय से पैसे की मांग कर रहा था और नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। जबकि टाल संचालक लाइसेंस के साथ कार्य कर रहा था।
योजना बद्ध तरीके से की गई कार्रवाई
लोकायुक्त एसपी विश्वकर्मा ने निरीक्षक दीपक शेजवार को शिकायत की सत्यता की जांच करने को कहा। शिकायत सत्य पाए जाने पर लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के नेतृत्व में गठित दल ने मंगलवार को योजनाबद्ध तरीके से सुरेश पाटीदार को रिश्वत की रकम पन्द्रह हजार रु. के विशेष केमिकल लगे नोट लेकर भ्रष्ट वनपाल बीबीएल पुष्कर को देने भेजा।
कार्रवाई भ्रष्ट्र वनपाल के विरुद्ध
वनपाल बीबीएल पुष्कर ने सागोद रोड स्थित वन विभाग कार्यालय के परिसर में बने रेस्ट हाउस के पास सुरेश पाटीदार को बुलाया। सुरेश पाटीदार ने विशेष केमिकल लगे नोट जैसे ही बीबीएल पुष्कर को दिए,आसपास छुपे लोकायुक्त के दल ने उसे धर दबोचा। भ्रष्ट वनकर्मी के हाथ विशेष रसायन से धुलवाए जाने पर गुलाबी हो गए। लोकायुक्त के दल ने भ्रष्ट वनपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है। लोकायुक्त के दल द्वारा भ्रष्ट लोकपाल के विरुद्ध कार्रवाई जारी है।