मालवा मीडिया फेस्ट का शुभारंभ : मुझको राम वाला हिन्दुस्तान चाहिए, आलोकनामा और राम मंदिर पर अहम, वहम और नियम पर हुई चर्चा, राजस्थानी लोकगीतों पर थिरके

सक्षम संचार फाउंडेशन के बैनर तले दो दिवसी कार्यशाला की हुई शुरुआत

पुस्तकों से रूबरू हुए साहित्य प्रेमी

राजस्थानी लोकगीतों की प्रस्तुतियों ने किया अभिभूत

रविवार को होगा कार्यशाला का समापन, पुरस्कार वितरण

हरमुद्दा
रतलाम, 27 जनवरी। शहर में सक्षम संचार फाउंडेशन के बैनर तले मालवा मीडिया फेस्ट की दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। विभिन्न सत्रों में अलग-अलग विचयों पर देश प्रदेश के प्रख्यात साहित्यकारों और पत्रकारों ने  सकारात्मक चर्चाएं की। आयोजन स्थल पर लगी पुस्तक विक्रय प्रदर्शनी में साहित्य प्रेमी उनसे रूबरू हुए और पसंदीदा पुस्तक के सहेज कर रखी। राजस्थानी लोकगीतों की उम्दा प्रस्तुति से अभिभूत श्रोता दर्शक थिरकने लगे। कार्यशाला का समापन और पुरस्कार वितरण रविवार को होगा।

शनिवार को सुबह डॉ. कैलाश नाथ काटजू विधि महाविद्यालय के सभागार में वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। सक्षम संचार फाउंडेशन की अर्चना शर्मा ने फाउंडेशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। फाउंडेशन से जुड़े पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने अपनी सफलता की बातें बताई। कार्यशाला के पहले दिन कई सत्र में वरिष्ठ चिंतक साहित्यकार प्रोफेसर अजहर हाशमी की रचना “मुझको राम वाला हिंदुस्तान चाहिए”। आलोक श्रीवास्तव का आलोक नामा सुनकर उपस्थित गदगद हो गए। श्री राम मंदिर अहम, वहम नियम पर संजय द्विवेदी और हरेंद्र जोशी की चर्चा हुई।

नजर आया उत्साह

स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों में काफी उत्साह रहा। कार्यक्रम के सहयोगी सृजन कॉलेज के निदेशक अनिल झालानी और आयोजक अर्चना शर्मा ने बताया की मालवा मीडिया फेस्ट का उद्देश्य मालवा की कला, संस्कृति औऱ इतिहास को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना और भविष्य की संभावाओं को तलाशना है। जिसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। आयोजन में रंगगर्मी कैलाश व्यास ओपी मिश्रा, डॉक्टर प्रकाश उपाध्याय, त्रिभुवनेश भारद्वाज, आरसी तिवारी, विवेकानंद चौधरी, अब्दुल सलाम खोकर, गजेंद्र सिंह राठौर, डॉक्टर पूर्णिमा शर्मा, आशा गुप्ता, वैदेही कोठारी, नरेंद्र सिंह पवार सहित कई सुधि जन मौजूद रहे।

पुस्तकों में दिखाई रुचि

आयोजन स्थल के मुख्य द्वार पर किताबें स्वागत के लिए नजर आई। जहां पर  देश के सशक्त हस्ताक्षरों की पुस्तकों मौजूद थी। आते  से ही लोगों ने पहली नजर में पुस्तकों को निहारा। पुस्तक प्रेमियों ने पन्ने पलटते हुए न केवल उनसे जुड़ने में रुचि दिखाई, अपितु उनकी खरीदारी भी की। कुछ समय श्वेता नागर ने भी पुस्तक विक्रय में सहयोग किया

अतिथियों को भेंट किए स्मृति चिह्न

अतिथियों के साथ स्मृति चिह्न भेंट करने वाले

आयोजन में मौजूद अतिथियों को डॉ. प्रवीणा दवेसर, अनिल झालानी, निसर्ग दुबे, डॉ.  प्रकाश उपाध्याय, अदिति दवेसर, अर्चना शर्मा ने स्मृति चिह्न भेंट किए। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया।

युवा पीढ़ी के लिए क्रांतिकारी पहल : प्रो. हाशमी

प्रोफेसर हाशमी

कार्यक्रम के पहले सत्र में ख्यात चिंतक, लेखक और कवि प्रो. अजहर हाशमी की विश्व प्रसिद्ध कविता ‘मुझको राम वाला हिन्दुस्तान चाहिए’ ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। प्रो. हाशमी ने मालवा मीडिया फेस्ट को युवा पीढ़ी के लिए क्रांतिकारी पहल बताया।

न्यू इंडिया न्यू मीडिया पर हुई सार्थक चर्चा

दूसरे सत्र में  ‘न्यू इंडिया, न्यू मीडिया’ विषय पर चर्चा हुई जिसमें मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी रहे और अन्य वक्ताओं में वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र जाखेटिया, वरिष्ठ पत्रकार और लेखक हीरेन जोशी रहे। सत्र को मॉडरेट यूट्यूबर और रिसर्चर रुचि श्रीमाली ने किया।  इस सत्र में बढ़ते भारत में मीडिया की नए अवसरों पर विस्तृत सार्थक चर्चा हुई।

चला सवाल जवाब का दौर

तीसरे सत्र में राम मंदिर : अहम, वहम और नियम पर रोचक चर्चा हुई जिसमें राम मंदिर को लेकर चल रहे विवादों और भ्रांतियों पर प्रो. संजय द्विवेदी ने श्रोताओं के सवालों के जवाब दिए।

साहित्य सृजन के लिए किया प्रेरित

चौथे सत्र में ‘आलोकनामा’ में प्रसिद्ध कवि, गीतकार और टी वी जर्नलिस्ट आलोक श्रीवास्तव ने कविता पाठ किया। काव्य यात्रा के पन्ने पलटते हुए कई किस्सो से रूबरू कराया। और युवाओं को साहित्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। आलोक श्रीवास्तव से चर्चा रुचि श्रीमाली ने की।
 
राजस्थान के कलाकारों ने गायकी का बिखेरा जलवा

राजस्थानी कलाकार लोकगीतों की प्रस्तुति देते हुए

मालवा मीडिया फेस्ट में आयोजित म्यूजिकल नाइट में देश-दुनिया में अपनी गायिकी का जलवा बिखेर चुके प्रसिद्ध कलाकार मंजूर खान एंड टीम की उम्दा प्रस्तुति पर मौजूद श्रोता दर्शक अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाए।

समापन अवसर पर होगी हे ! राम पर चर्चा

दो दिवसीय कार्यशाला का समापन रविवार को होगा।

⚫ प्रातः 10 बजे से प्रातः 11:30 बजे तक

मालवा एवं मीडिया विषय पर प्रखर श्रीवास्तव से चर्चा

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⚫ सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक

प्रखर श्रीवास्तव की चर्चित पुस्तक हे ! राम पर हिरेन जोशी के साथ चर्चा

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दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक

प्रमाण पत्र वितरण एवं निष्कर्ष

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