सामाजिक सरोकार : देव स्थानों के रख-रखाव और व्यवस्थाओं को लेकर हुई चर्चा, कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से देंगे उद्देश्य की जानकारी
⚫ श्री सनातन धर्म देवस्थान व्यवस्था एंव संरक्षण समिति की प्रथम बैठक आयोजित
⚫ संपत्तियों का करवाया जाए भौतिक सत्यापन
⚫ मंदिरों में पुजारी की नियुक्ति का चलाया जाए अभियान
⚫मंदिरों की मरम्मत व रंगाई पुताई पर दिया जाएगा ध्यान
⚫ मंदिरों के लिए होगा व्यवस्थापिका समिति का गठन
हरमुद्दा
रतलाम, 10 फरवरी। सनातन धर्म देवस्थान व्यवस्था एवं संरक्षण समिति की प्रथम बैठक आयोजित हुई । बैठक में अनेक निर्णय लिए जिसमें सनातन धर्म की धार्मिक संपत्तियां की देखरेख, संरक्षण, व्यवस्था, विस्तार करते हुए उनके आय के स्रोतों में वृद्धि करने के उद्देश्यों के अन्तर्गत गठित समिति ने अपना कार्य विधिवत प्रारंभ कर दिया है। बैठक मे सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि कलेक्टर को सनातन धर्म सभा व महारूद्र यज्ञ समिति, रतलाम के तत्वावधान में समिति के पदाधिकारियों को साथ लेकर एक ज्ञापन के माध्यम से समिति के उद्देश्यों की जानकारी दी जाए।
सनातन धर्म देवस्थान व्यवस्था एंव संरक्षण समिति के अध्यक्ष अनिल झालानी ने बताया कि विगत 2012 में रतलाम जिला कोर्ट आफ वार्ड्स के अंतर्गत आने वाले सभी मंदिरों की प्रकाशित पुस्तिका का अवलोकन किया। उसमें पाया कि वर्तमान में रतलाम शहर में लगभग 86 मंदिर शासकीय प्रबंध में हैं। इतने वर्ष व्यतीत होने के पश्चात अब नए सिरे से इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन प्रस्तुत कर उस सूची के अनुसार मंदिरों की वर्तमान स्थिति ज्ञात की जाए।
संपत्तियों का करवाया जाए भौतिक सत्यापन
सदस्यों ने यह भी राय व्यक्त की कि मंदिरों को उनके भक्तगणों या राजाओं द्वारा समय-समय पर दान में दी गई संपत्तियों की वर्तमान में क्या स्थिति है? उसका भौतिक सत्यापन करवाया जाए, तथा उन संपत्तियों से भविष्य में किस प्रकार आय में वृद्धि हो सकती है, इस बात का अध्ययन किया जावे। सदस्यों का यह भी मत था कि सर्वेक्षण होने के पश्चात समिति, सनातन समाज के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर उनके माध्यम से उन संपत्तियों का स्वयं भी निरीक्षण करेगी और वस्तु स्थिति का पता लगाने का दायित्व देगी।
मंदिरों में पुजारी की नियुक्ति का चलाया जाए अभियान
बैठक में निर्णय लिया गया कि अनेक मंदिरों में शासकीय स्तर से पुजारी नियुक्त नहीं है। अत: शासन से मांग की जाएगी कि ऐसे मंदिरों में विधिवत पुजारी की नियुक्तियां करवाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। एक निश्चित समय सीमा में सभी मंदिरों में पुजारी की नियुक्ति का अभियान चलाया जाए, ताकि,वहां पर भगवान की नियमित सेवा पूजा इत्यादि हो सके।
मंदिरों की मरम्मत व रंगाई पुताई पर दिया जाएगा ध्यान
समिति ने इस बिंदु पर भी विचार किया कि जिन मंदिरों की स्थिति विकट है या दुर्दशा के दौर से गुजर रही हैं, वहां पर कोर्ट आफ वार्डस में जमा राशि से ऐसे मंदिरों को मरम्मत, रंगाई-पुताई व अन्य व्यवस्था कर, वहां धार्मिक गतिविधियों के सुचारू संचालन को आगे बढ़ाया जाए।
मंदिरों के लिए होगा व्यवस्थापिका समिति का गठन
बैठक में सदस्यों को सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष अनिल झालानी द्वारा विगत कुछ माह पूर्व, उनके द्वारा रतलाम नगर के विभिन्न मोहल्लों ,बस्तियां, कालोनियों, आबादियों में स्थित भगवान श्री राम, गणेश जी, हनुमान जी, विष्णु जी, श्री कृष्ण, महालक्ष्मी, माताजी आदि अलग-अलग भगवानों के मंदिरों का सर्वे करवाकर तैयार की गई सूची से भी अवगत कराया। जिस पर सदस्यों ने कहा कि इसका एक बार पुन: और अच्छे से सर्वे करके एक संपूर्ण सूची तैयार कर, इन समस्त मंदिरों में उसी इलाके के पांच से लगाकर 11 सदस्यों या भक्तों की मंदिर वार व्यवस्थापिका समितियों का गठन, सर्वानुमति से करने का अभियान शुरू करने पर विचार किया गया।
यह थे मौजूद
बैठक में श्री सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष अनिल झालानी, कोर्ट ऑफ वार्डस के पूर्व सदस्य पत्रकार शरद जोशी, अभिभाषक रमेश गर्ग, समाजसेवी बी.के. माहेश्वरी, समाजसेवी मनोज बोराणा, पूर्व पार्षद सत्यदीप भट्ट सहित आदि सदस्य उपस्थित थे।