खबर जरा हटके : बेटे के जन्मदिन पर येमुल गुरुजीने गोद लिया चार वन्यजीवों को
⚫ समाज के समक्ष जीव दया की नई पहल
⚫ जिस दिन था जन्मदिन उसी दिन था विश्व वन्यजीव दिवस
⚫ वन्य जीव गोद लेने की योजना के तहत चार नीलगाय, काला हिरण, चौसिंगा और मोर को लिया गोद
⚫ फाउंडेशन के माध्यम से विभिन्न सेवा प्रकल्प संचालित
हरमुद्दा के लिए नीलेश सोनी
पुणे, 5 मार्च। नीति संप्रदाय प्रचारक एवम समाजसेवी रघुनाथ येमुल गुरुजी ने अपने सुपुत्र शिवम के 14 वें जन्मदिवस पर समाज के समक्ष जीवदया की एक नई पहल रखी। उन्होंने बेटे के जन्मदिन पर अनावश्यक खर्च की जगह उस राशि से वन्य प्राणी संग्रहालय में चार वन्यजीवों को गोद लिया।
विश्व वन्यजीव दिवस का संयोग
येमुल गुरुजी के बेटे शिवम का जन्मदिन 3 मार्च को था और उसी दिन संयोग से विश्व वन्यजीव दिवस भी रहा। वन्य जीवन पर खतरे को देखते हुए 2013 से हर साल ‘3 मार्च’ को ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए, बेटे शिवम के जन्मदिन पर अनावश्यक खर्च से बचने के लिए उन्होने राजीव गांधी प्राणी संग्रहालय की पशु गोद लेने की योजना के तहत चार वन्य जीव मोर, चौसिंगा, काला हिरण और नीलगाय को गोद लिया गया।येमुल गुरुजी अपने परिवार के साथ यहां पहुंचे थे।
दत्तक ग्रहण राशि का चेक सौंपा
उन्होंने संबंधित दत्तक ग्रहण राशि का चेक प्राणी संग्रहालय निदेशक को सौंपा।यहां राजकुमार जाधव, उपनिदेशक सुचित्रा सूर्यवंशी, प्राणी संग्रहालय प्रमुख पशुपालक कौशिक काशीकर आदि उपस्थित रहे। निदेशक ने उनकी इस पहल का स्वागत करते हुए अनुकरणीय बताया।
समाज के लिए प्रेरक प्रयास
येमुल गुरुजी ने बताया हमारा प्रयास है कि आम नागरिकों, छात्रों और कॉर्पोरेट कंपनियों के कर्मचारियों को जंगली जानवरों की सुरक्षा और संरक्षण के बारे में जन जागरूकता पैदा करना है। सामाजिक जीवन में ऐसे कई प्रसंग आते है जब हम अनावश्यक खर्च से बचकर उस राशी का सदुपयोग जीवदया के लिए कर सकते है।इस दिन को यादगार बनाने के लिए ऐसा कोई सदप्रयास समाज के लिए प्रेरक बन सकता है। उल्लेखनीय है येमुल गुरुजी अपने सिद्धी कर्मयोगी फाउंडेशन के माध्यम से विभिन्न सेवा प्रकल्प संचालित करते है।