दर्दनाक हादसा : आतिशबाजी से लगी आग बुझाने दौड़े बाराती, दो युवा डूबे बिना मुंडेर के कुएं में, गई जान
⚫ वैवाहिक रस्म के दौरान हुआ हादसा
⚫ आपदा प्रबंधन की टीम ने काफी मशक्कत के बाद निकाला
⚫ चिंगारी के साथ ही बुझ गए दो परिवार के चिराग
हरमुद्दा
रतलाम, 14 अप्रैल। दुल्हन को लेने के लिए गोविंद बारात लेकर निकल चुका था। खुशी का माहौल था। ससुराल से कुछ दूरी पर रस्म निर्वाह के लिए जैसे ही दूल्हे द्वारा खेजड़ी के वृक्ष की डाली काटी गई। वैसे ही खुशी जाहिर करने के लिए आतिशबाजी कर दी। नतीजतन आतिशबाजी की चिंगारी गेहूं के खेत में पहुंची। बारातियों ने दौड़ लगाई ताकि आग न फैले और बुझ जाए, मगर इसी बीच दो युवा बिना मुंडेर के कुएं में जा गिरे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। एक को रात में निकल गया था वहीं दूसरे को रविवार सुबह निकल गया। परिवार के दो चिराग भी चिंगारी के साथ बुझ गए।
मिली जानकारी के अनुसार पिपलोदा तहसील के बड़ौदा निवासी उदयराम डिंडोर के बेटे गोविंद की बारात सैलाना क्षेत्र के भैंसाडाबर गांव के निवासी बद्रीलाल निनामा के यहां जाने के लिए शनिवार रात को निकली। माहौल पूरा खुशी का था। आदिवासी समाज में परंपरा है कि खेजड़ी के वृक्ष की डाली दूल्हे द्वारा काटी जाती है।
उसी का निर्वाह भैंसा डाबर गांव से कुछ दूरी पर दूल्हे द्वारा किया गया, तभी आतिशबाजी हुई। खुशी जाहिर कर रहे थे कि चिंगारी गेहूं के खेत में चली गई जिसे बुझाने के लिए बारात में शामिल बारातियों ने दौड़ लगाई। गनीमत रही कि आग नहीं फैली और बुझ गई। मगर इस दौड़ भाग में दो युवा अजय और विनोद बिना मुंडेर वाले कुएं में गिर गए।
घटना के बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही एसडीओपी नीलम बघेल, सैलाना थाना प्रभारी अय्युब खान खान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
आपदा प्रबंधन की टीम भी आई। काफी मशक्कत के बाद रात को ही बड़ौदा निवासी अजय (23) पिता बाबूलाल बामनिया को निकाला गया और तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह कुएं में फिर सर्चिंग की गई। कुएं में गाद ज्यादा होने के कारण चौरासी बड़ायला निवासी विनोद (24) पिता बद्रीलाल निंबड़वा धँस गया था, उसका शव अथक प्रयासों के बाद सुबह निकाला गया। दोनों ही मृतक शादीशुदा है। अजय की शादी 2 साल पहले तो विनोद की 1 साल पहले ही हुई थी।