डीआरएम की हठधर्मिता, जिला प्रशासन की उदासीनता और जनप्रतिनिधि की उपेक्षा के चलते चालक परेशान, आमजन हैरान
हरमुद्दा
रतलाम, 24 जुलाई। आमजन की लड़ाई लड़ने वाले मेजिक एवं ऑटो चालक द्वारा रविवार से आंदोलन किया जा रहा है। इनका मात्र एक उद्देश्य यही है कि रेलवे स्टेशन पर प्रति वाहन से ₹10 की वसूली ठेकेदारों द्वारा की जा रही है। इसका विरोध किया जा रहा है लेकिन डीआरएम की हठधर्मिता, जिला प्रशासन की उदासीनता और जनप्रतिनिधि की उपेक्षा के चलते सैकड़ो चालक परेशान हैं। आमजन हैरान हैं।
उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशन पर जाने वाले ऑटो मैजिक से ठेकेदारों द्वारा हर चक्कर पर ₹10 की वसूली की जा रही है। 10 चक्कर लगते तो ₹100 उन्हें देना होते हैं। इसी का विरोध चालकों द्वारा किया जा रहा है। इस मामले में जब मैजिक व ऑटो संघ के राजकुमार जैन लाला और अकील खान ने डीआरएम से चर्चा की तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि इस राशि की वसूली यात्रियों से की जाए। याने वाहनों में बैठने वाली सवारियों से ₹10 वसूले जाएं। डीआरएम के इस जवाब से असंतुष्ट होकर चालको का दल श्री जैन में श्री खान के नेतृत्व में कलेक्टर रुचिका चौहान से मिला। लेकिन कलेक्टर में सिर्फ आश्वासन ही दिया। अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई।
मुद्दे को किया नजर अंदाज
मुद्दे की बात तो यह है कि रविवार से चल रहे आंदोलन का चौथा दिन है, मगर जनप्रतिनिधि जनता के प्रति उदासीन बने हुए हैं। इनकी चुप्पी समझ से परे है। शहर विधायक, महापौर के साथ ही कांग्रेस नेता भी शहर के इतने बड़े मुद्दे को नजर अंदाज किए हुए है।
पूर्वमंत्री ने की आमजन के लिए पहल
इन सबके चलते पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने इस मसले पर कलेक्टर रुचिका चौहान को पत्र लिखकर मामले में शीघ्र निराकरण करने का कहा है। पूर्व ग्रहमंत्री श्री कोठारी ने कलेक्टर रुचिका चैहान को ऑटो एवं मेजिक से रेलवे स्टेशन पर ठेकेदारों द्वारा लिए जा रहे ₹ 10 रुपए पार्किंग शुल्क लिए जाने के सबंध में पत्र लिखा।
सैकड़ों ट्रेनों का ठहराव
श्री कोठारी ने कहा कि रतलाम रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेनों का ठहराव रहने से स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही अत्यधिक रहती है। हजारों की संख्या में यात्रीगण ऑटो रिक्शा व मेजिक वाहन से स्टेशन पर आना-जाना करते।
न्यायोचित नहीं वसूली
रेलवे के ठेकेदार द्वारा स्टेशन पर आने जाने वाले ऑटो रिक्शा एवं मेजिक सवारी वाहनों से प्रति फेरे का ₹ 10 शुल्क वसूल किया जा रहा है। इन ऑटो एवं मेजिक गाड़ियों को प्रतिदिन लगभग 10 से 15 बार स्टेशन पर सवारी को लेकर आना-जाना होने से लगभग 100 से 150 रुपए का पार्किग शुल्क प्रतिदिन देना पड़ रहे है जो कि न्यायोचित नहीं है।
यह भी तर्क संगत नहीं
ऑटो रिक्शा एवं मेजिक वाहन की समिति द्वारा उक्त शुल्क सवारियों से लेने का निर्णय की बात की जा रही है, जो कि तर्क सगंत नहीं है।
कलेक्टर,एसपी व डीआरएम मिलकर करें निराकरण
श्री कोठारी ने कहा कि चूकि यह मुद्दा आम जनता से जुड़ा है एवं लोगों को परेशानियों का होकर कानून व्यवस्था भी बाधीत होती है। इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि आप स्वयं पुलिस अधीक्षक एवं डीआरएम तीनों मिलकर इस समस्या का निराकरण करें। जिससे आम जनता को राहत मिल सके ।