सामाजिक सरोकार : जीवन में आनंद के लिए जरूरी है अल्पविराम
⚫ सीएम राइज माडल स्कूल सैलाना प्राचार्य गिरीश सारस्वत ने कहा
⚫ जीवन में जाने रिश्तों का महत्व : अग्निहोत्री
⚫ जीवन जीने के लिए सकारात्मक दृष्टीकोण जरूरी : मिंडा
⚫ संस्थान द्वारा प्रमाणपत्र वितरित
हरमुद्दा
सैलाना/रतलाम, 30 अप्रैल। जीवन की यात्रा में अल्प विराम इस यात्रा में रुककर इस आनंद को जानने, महसूस करने का एक माध्यम है। जीवन की आपाधापी में हम जीने का उद्देश्य ही भूल जाते है। अल्प विराम एक क्षण रुकने, सोचने और अपने मूल्यांकन, सुधार और सृजन की प्रक्रिया है।
यह विचार राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर, सीएम राइज माडल स्कूल सैलाना प्राचार्य गिरीश सारस्वत ने शासकीय सीएम राइज उत्कृष्ट विद्यालय सैलाना में आयोजित एक दिवसीय अल्प विराम कार्यक्रम में व्यक्त किए।
सुने अंतरात्मा की आवाज, लाएं जीवन में बदलाव : अग्निहोत्री
राज्य आनंद विभाग की प्रशिक्षण समन्वयक राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका सीमा अग्निहोत्री ने संस्थान का परिचय देते हुए जीवन में रिश्तों का महत्व बताते हुए कहा कि इन्हें बनाने में अल्प विराम कार्यक्रम कैसे सहायक है। अपनी अंतरात्मा की आवाज को प्रतिदिन सुनकर अपने में बदलाव लाया जा सकता है। इस बात को उन्होंने कई रोचक उदाहरणों तथा स्वयं के अनुभव बताए।
जीवन जीने के लिए सकारात्मक दृष्टीकोण जरूरी : मिंडा
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ। सी एम राइज उत्कृष्ट सैलाना के प्राचार्य वीरेंद्र मिंडा ने अपने स्वागत भाषण में जीवन जीने के सकारात्मक दृष्टीकोण पर प्रकाश डाला। अतिथियों का स्वागत शैलजा दवे, डॉ. राजेश सोनी, सतीश यादव आदि ने किया।
संस्थान द्वारा प्रमाणपत्र वितरित
इस अवसर पर ज्योति चंडालिया, पूनम व्यास, शरद शिकारी, रुद्रेश देराश्री ने भी अपने जीवन के अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में उपस्थित विधालय के सभी शिक्षको को संस्थान द्वारा प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में दिलीप जैन, लोकेन्द्र गहलोत ने सहयोग किया। संचालनकर आभार मानसिंह डामोर ने माना।