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जिम्मेदारों ने ले ली जान : लड़ते हुए आए सांड, गिर गए महिला के ऊपर

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ले जाने वाले थे उपचार के लिए बडौदा

तबीयत बिगड़ने पर ले गए जिला अस्पताल

चिकित्सकों ने जांच के उपरांत किया मृत घोषित

नगर निगम के जिम्मेदार भी नहीं दे रहे ध्यान

हरमुद्दा
रतलाम 25 मई। शहर में चारों ओर आवारा मवेशी घूम रहे हैं इनके कारण पहले भी कई लोगों की जान चली गई है शुक्रवार की रात को भी दो सांड लड़ते हुए आए और बाहर बैठी महिला के ऊपर गिर गए शनिवार को महिला की तबीयत बिगड़ी जिला अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई परिजन इस सब में से उबर नहीं पा रहे हैं।

मृतक शांताबाई

पति मदनलाल चौहान  से मिली जानकारी के अनुसार टाटानगर गली नंबर 4 निवासी 60 वर्षीय शांताबाई चौहान घर के बाहर बाटी सेक रही थी तभी गली में दो सांड लड़ते हुए आए और महिला पर गिरे इस घटना में महिला नाले में गिर गई परिजन निजी अस्पताल ले गए। जहां पर चिकित्सक ने परीक्षण के उपरांत फ्रैक्चर बताया। इसके उपचार में तकरीबन ₹25000 खर्च होने वाले थे इसलिए परिजनों ने निर्णय लिया कि शांताबाई को बड़ौदा ले जाएंगे और आ गए। शनिवार दोपहर में जाने वाले थे कि सुबह करीब 11:00 बजे तबीयत अचानक बिगड़ी परिजन जिला अस्पताल ले गए जहां पर चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया।

मदनलाल चौहान

कई स्थान पर लगा रहता है मवेशियों का जमघट

उल्लेखनीय की शहर में आवारा मवेशियों के कारण कई लोगों ने अपनी जान गवाही हैं मवेशियों के कारण जहां जाता है प्रभावित हो रहा है वही आम लोगों की जान भी संकट में आ गई है। सिलावटों का वास स्थित शीतला माता मंदिर के यहां पर भी मवेशियों का जमघट लगा रहता है। शहर में ऐसी कई जगह जहां पर इन मवेशियों के कारण आवागमन में दिक्कत होती है।

जिम्मेदारों की लापरवाही का भुगतना पड़ रहा खामियाजा

लोगों का कहना है कि शहर में इन मवेशियों के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है मगर नगर निगम के आल्हा अफसर सहित महापौर पार्षद कोई इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं इनकी इन जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को जान देकर भुगतना पड़ रहा है।

क्षेत्र में मचाते रहते हैं उत्पात, लोग हो रही चोटिल

दीनदयाल नगर मुख्य मार्ग पर दरगाह परिसर में तो पशुओं का जमघट लगा रहता है। इतना ही नहीं चारा व्यवसायी सुबह से दोपहर तक खड़ा रहता है और लोग इन पशुओं को चारा खिलाते हैं। सड़क पर कई बार जाम भी लग जाता है। मवेशी लड़ते हुए इधर-उधर भागते रहते हैं। क्षेत्र में आए दिन मवेशी उत्पाद मचाते रहते हैं। वाहनों को क्षतिग्रस्त भी करते रहते हैं। पैदल चलने वालों पर मवेशी सींग मार कर हमला करने का भी प्रयास करते हैं। दौड़ लगाकर आमजन को अपनी जान बचाकर भागना पड़ता है, ऐसे में महिलाएं तोड़ नहीं पाती और चोटिल हो जाती है। मगर इस और क्षेत्रीय पार्षद भी ध्यान देने को तैयार नहीं है। आंख बंद कर यह सभी ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। जबकि नगर निगम ने निर्देश दे रखे हैं की सड़कों पर कोई भी इस प्रकार चारा का व्यवसाय नहीं करेगा। क्योंकि इसके कारण सड़कों पर जहां गंदगी होती है वही मवेशियों के कारण यातायात भी प्रभावित होता है, लेकिन निर्देशों का कोई असर नहीं होता। ऐसा लगता है कि निर्देशों का पालन करवाने वाले गांधी दर्शन करके चले जाते हैं।

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