धर्म संस्कृति : संयम जैसे युवाओं का संयम मार्ग पर अग्रसर होना रतलाम के संस्कारों की सौगात

मध्य प्रदेश शासन के केबिनेट मंत्री श्री काश्यप ने कहा

दीक्षा महोत्सव स्थल श्री जिनचन्द्रसागरसूरि विरति वाटिका का उद्घाटन सोमवार को

हरमुद्दा
रतलाम, 9 जून। मुमुक्षु संयम पालरेचा के 12 जून को आयोजित दीक्षा महोत्सव अंतर्गत रविवार को केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप के मुख्य आतिथ्य में जीवदया से विरति पथ अनुमोदनार्थ दीक्षार्थी बहुमान-वधामणा जीव दया मैत्री परिवार द्वारा त्रिवेणी बकराशाला पर रखा गया। वही 54 जोड़ों द्वारा पहली बार संगीतमय श्री शांति स्नात्र महापूजन, सात स्वरों से बहती संयम की सरगम एवं संयम का रंग चौबीसी के संग सहित अन्य आयोजन में बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए।

यंहा आचार्य श्री बंधु बेलड़ी शिष्यरत्न गणि श्री पदम-आनंदचन्द्रसागर जी म.सा,  पू .साध्वी श्री अर्चितगुणाश्रीजी म.सा, श्री रतनरिद्धिश्रीजी म.सा.एवं साध्वी श्री रतनवृद्धिश्रीजी म.सा.आदि विशाल श्रमण श्रमणी वृन्द ने निश्रा प्रदान की। सोमवार 10 जून को दीक्षा स्थल दीनदयाल नगर में आचार्य देव श्री जिनचन्द्रसागरसूरि विरति वाटिका आगमोदधारक नगरी का समारोह पूर्वक उद्घाटन सहित अन्य तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव की शुरुआत होगी।

जीव दया मैत्री परिवार द्वारा बहुमान करते हुए

जीवदया प्रेरणादायक सेवा प्रकल्प है

पूजन में मौजूद संत समाज सहित श्रद्धालु

जीव दया मैत्री परिवार द्वारा आयोजित समारोह में मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि मुमुक्षु संयम जैसे युवाओं का संयम मार्ग पर अग्रसर होना धर्मस्व नगरी रतलाम नगर के संस्कारों की सौगात है । रतलाम में पिछले महीनों से लगातार दीक्षाएं हो रही है । युवाओं का भगवान महावीर स्वामी द्वारा बताए गए मार्ग को अंगीकार करना, उनकी धर्म और विरति जीवन के प्रति गहन रूचि को दर्शाता है । श्री काश्यप ने गणिवर्य श्री के दर्शन वंदन कर मुमुक्षु का बहुमान किया । उन्होंने कहा कि वर्तमान के भौतिकवादी युग में जीवदया का कार्य करना बहुत ही प्रेरणादायक सेवा प्रकल्प है । उससे भी अच्छी बात है कि इस सेवा कार्य में युवा सक्रिय और संगठित होकर समाज को नया सन्देश दे रहे है। आपने बताया कि मेरे परिवार पर पुण्य सम्राट गच्छाधिपति पू.आ.श्री जयंतसेनसूरिजी म.सा.एवं अयोध्यापुरम तीर्थ प्रेरक बंधु बेलड़ी पू.आ.श्री जिन-हेमचन्द्रसागर सूरिजी म.सा.का असीम आशीर्वाद रहा । 

शांतिस्नात्र महापूजन करते हुए मुमुक्षु का परिवार

तीन घंटे से अधिक चला शांतिस्नात्र महापूजन

श्री करमचंद उपाश्रय पर 54 जोड़ो द्वारा संगीतमय श्री शांतिस्नात्र महापूजन किया गया । 27 से अधिक लाभार्थी परिवारों के साथ मुमुक्षु संयम ने पूजन किया । कोई तीन घंटे से अधिक समय तक चले महापूजन के बारे में पूज्य गणिश्री ने बताया कि अनेक पुण्यों के संचय से इस महापूजन में शामिल होने का अवसर मिलता है । दीक्षा महोत्सव में अवसर पर रतलाम के विभिन्न परिवारों ने महापूजन को लेकर जो श्रद्धा और उत्साह दिखाया वह प्रेरक है ।  विधिकारक रमेश भाई पाटन वाले ने विधि-विधान से पूजा संपन्न करवाई।  संगीतकार मनीष भाई ने स्तवन और भक्ति स्वरों से समा बांध दिया । दोपहर में रतलाम में संचालित समस्त जैन पाठशाला के विधार्थियों ने ‘सात स्वरों से बहती संयम की सरगम’ की अनूठी संगीतमय प्रस्तुति दी । शब्द संवेदना आयुष जैन एवं संगीतकार यश वागरेचा रहे । लाभार्थी स्व.वरदीचंद, शैतानमल संतोषकुमार पंवार रिंगनोद थे । शाम को ‘संयम का रंग चौबीसी के संग’ रखा गया ।

शांतिस्नात्र महापूजन मौजूद धर्मालु

मुमुक्षु से सीधी बात

सोमवार से मुख्य महोत्सव – 12 दिन उत्सव के तहत 9 वें दिन सोमवार से मुख्य पराक्रम उत्सव की शुरुआत होने जा रही है। दीनदयाल नगर में सुबह 8:45 बजे आचार्य देव श्री जिनचन्द्रसागरसूरि विरति वाटिका का उद्घाटन होगा। जिसके बाद सद्गुरु सतकीर्तन उत्सव, दोपहर में शौर्य का शिलालेख, संयम वस्त्रोत्सव एवं रात्रि में संयम नाद..संयम संवाद के तहत मुमुक्षु से सीधी बात (इन्टरव्यू) होगी। आयोजक नगीनकुमार प्रवीणकुमार पालरेचा परिवार ने  सभी को आमंत्रित किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *