सामाजिक सरोकार : पवित्र और दिव्य वातावरण में हुआ अल्पविराम

आनंद विभाग के बैनर के लिए ऑरो आश्रम श्री मातृ विद्या मंदिर में आयोजन

जीवन में जिन्होंने की मदद, उनके प्रति हो कृतज्ञ : अग्निहोत्री

हरमुद्दा
रतलाम, 11 जून। पवित्र और दिव्य वातावरण में आनंद विभाग रतलाम द्वारा ऑरो आश्रम में श्री मातृ विद्या मंदिर के शिक्षकों के लिए चेयरमैन सतीश पंड्या के सान्निध्य में अल्पविराम परिचय कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्राकृतिक और सकारात्मक वातावरण में सकारात्मक जीवन शैली पर चर्चा के सत्र में सभी को आनंद आया।

अग्निहोत्री संबोधित करते हुए

मप्र राज्य  संस्थान की जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने कहा कि जीवन में जिन लोगों ने जाने अनजाने हमारी मदद की है, उन लोगों के प्रति कृतज्ञ रहने से हम विनम्र होते हैं और आनंद का अनुभव करते हैं। दूसरों की मदद करने से तनाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हम स्वयं में बदलाव लाकर आनंदित रह सकते हैं।

किसी को न पहुंचे दुख, ऐसी करें कोशिश

मास्टर ट्रेनर गिरीश सारस्वत ने शिक्षकों से प्रश्नों के माध्यम से जाना कि आनंद क्या है?और कब उनका आनंद बढ़ता है और क्यों कम हो जाता है। जिन कार्यों से आनंद बढ़ता है उसे जारी रखना चाहिए और कोशिश होनी चाहिए कि हमारी वजह से किसी का दिल ना दुखे।

सदैव आनंदित करने वाले भाव हो जागृत

मास्टर ट्रेनर पुष्पेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि मदद के प्रश्न  को पूछने का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि हमारे अंदर ऐसे भाव जागृत हो कि हम निरंतर आनंदित रह सकें।

जीवन के लेखा-जोखा को बनाए संतुलित

आनंदम सहयोगी ईश्वर सिंह राठौर ने कहा कि लाइफ बैलेंस शीट बना कर जानें कि हमने कितनों की मदद की और हमें कितनों से मदद मिली है। यदि हमने  कम लोगों के लिए मदद की है ,तो जीवन के लेखा-जोखा को संतुलित रखने के लिए हमें मदद करने की संख्या को बढ़ाना होगा, जिससे हम तनाव मुक्त रह सके। सभी शिक्षकों ने बताया कि उनके द्वारा किस प्रकार अतीत में की गई मदद को याद कर आज भी खुशी होती है।

डाला जीवन पर प्रकाश

वाइस चेयरमैन विनीता ओझा ने श्री अरविंदो आश्रम के इतिहास एवं महर्षि अरविंद के जीवन पर प्रकाश डाला। श्री मातृ विद्या मंदिर के प्राचार्य लोकेंद्र सिंह सिसोदिया ने प्रार्थना एवं ध्यान कराया। कार्यक्रम समन्वयक संजय ओझा ने मप्र राज्य आनंद संस्थान का दिल से आभार व्यक्त किया।

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