सामाजिक कुरीतियों को खत्म करना ही शौर्या दल के गठन का उद्देश्य: सुनीता यादव
हरमुद्दा
रतलाम 28 जुलाई। शौर्या दल के गठन का उद्देश्य सामाजिक कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, बालिका भ्रूण हत्या, कम लिंगानुपात के विरूद्ध कार्य करना, बालिका शिक्षा प्रोत्साहन, विभिन्न विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं द्वारा जनसमुदाय को लाभान्वित करना, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता दिलवाने में मदद करना आदि सम्मिलित है।
यह बात जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव ने कही।
श्रीमती यादव नरसिंह वाटिका में आयोजित जिला स्तरीय शौर्या दल कार्यशाला में उपस्थित थीं। कार्यशाला में नवीन शौर्या दल गठन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
गांव तथा वार्ड स्तर पर होगा शौर्या दल का गठन
प्रत्येक गांव तथा वार्ड स्तर पर शौर्या दल का गठन किया जाएगा जिसमें पांच पुरुष तथा पांच महिला सदस्य होंगे। सदस्यों के लिए यह अनिवार्य होगा कि शैक्षणिक योग्यता के साथ ही उनका कोई आपराधिक रिकार्ड न हो और न ही किसी प्रकार के नशे के आदी हो। 8 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर प्रत्येक पात्र हितग्राही को कृमिनाशक गोली उचित मात्रा में देने हेतु समझाईश दी जाएगी।
यह थे मौजूद
बैठक के दौरान रतलाम शहर परियोजना के 11 सेक्टरों की पर्यवेक्षक प्रेरणा तोगड़े, ममता तिवारी, मालती शर्मा, मंजू वर्मा, वनिता सिंधु, उषा लिम्बोदिया, हेमलता गेहलोत, फिरदौस खान, अंतिमबाला खराडी सहित 287 आंगनवाडी केन्द्रों की कार्यकर्ता व सहायिकाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती तोगड़े ने किया।