श्रद्धांजलि : भारतीय जनसंघ से पूर्व एल्डरमैन रही 97 वर्षीय शीला मार्तंड राव मोघे का निधन
⚫ भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर हुआ अंतिम संस्कार
⚫ गणमान्य लोगों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
⚫ गुरुद्वारे के द्वार पर ज्ञानी जी ने अरदास
हरमुद्दा
रतलाम, 15 जुलाई। भारतीय जनसंघ से पूर्व एल्डरमैन रही शीला मार्तंड राव मोघे का 97 वर्ष की आयु में प्रभु मिलन
सोमवार को दोपहर 2 बजे सिख गुरुद्वारा के सामने स्थित निवास स्थान पर हो गया। श्रीमती मोघे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व जिला संघ चालक स्वर्गीय डॉ. मार्तंड राव मोघे की धर्मपत्नी तथा विनय एवं धनंजय मोघे की माताजी थी।
शाम को अंतिम यात्रा निकाली भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया। भक्तन की बावड़ी श्मशान पर संघ के वर्तमान जिला संघ चालक सुरेंद्र सुरेका, विभाग व्यवस्था प्रमुख वीरेंद्र वाफगांवकर , सरस्वती शिशु मंदिर से गुमान नाहर,जवाहर चौधरी , राकेश नेमानी , महाराष्ट्र समाज के पद्माकर पागे, भा ज पा से गोविंद काकानी, सिख समाज से सुरेंद्र भामरा, पारिवारिक मित्र मीनू माथुर , आई एम ए सदस्य डॉ हर्ष दुबे सहित शुभचिंतकों ने उनके साथ बिताए संस्मरण को याद कर बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। शोकसभा का संचालन काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष माधव काकानी ने किया।
नहीं हो सके नेत्रदान
काकाणी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के माध्यम से मोघे परिवार द्वारा नेत्रदान की भी कोशिश की गई परंतु कुछ तकनीकी समस्या के कारण संभव नहीं हो पाया।
ईश्वर मोघे परिवार को दुख वहन करने की शक्ति प्रदान करे।
गुरुद्वारे के द्वार पर ज्ञानी जी ने अरदास
सिख गुरुद्वारा के ज्ञानी मानसिंह जी द्वारा श्रीमती शीला मोघे की देह को सरोपा प्रदान कर उनकी आत्म शांति के लिए गुरुद्वारे के द्वार पर अरदास अदा की गई।